यहां बना हुआ परिसंचरण चक्रवात
मौसम विभाैग की माने तो औसत समुद्र तल पर मॉनसून ट्रफ अब गंगानगर, हिसार, अलीगढ़, उरई, सीधी, डाल्टनगंज, दीघा से होकर गुजर रही है और वहां से दक्षिण-पूर्व की ओर पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी तक जा रही है। यह औसत समुद्र तल से 0.9 किमी ऊपर तक फैली हुई है। इसे दक्षिण उत्तर प्रदेश के मध्य भागों और आसपास के क्षेत्र में समुद्र तल से 1.5 किमी ऊपर चक्रवाती परिसंचरण कम चिह्नित हो गया है। जबकि समुद्र तल से 3.1 किमी ऊपर हरियाणा और आसपास के क्षेत्र में चक्रवाती परिसंचरण कम चिह्नित हो गया है
सबसे भारी बारिश 19 जुलाई को
मौसम केन्द्र जयपुर के अनुसार उत्तर-पूर्वी राजस्थान के अधिकतर जिलों में 19 जुलाई तक भारी बारिश का दौर जारी रहेगा और 21 जुलाई तक मेघगर्जन और वज्रपात की संभावना है। बंगाल की खाड़ी में बन रहे परिसंचरण चक्रवात के चलते राजस्थान में 17 जुलाई से बारिश की गतिविधियों में तेजी आएगी और 19 जुलाई को बारिश का सबसे ज्यादा असर दिखाई देगा। इस दिन 15 से अधिक जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
इन जिलों में भारी बारिश
मौसम विभाग की माने तो 19 जुलाई को अजमेर, अलवर, बारां, भरतपुर, भीलवाड़ा, बूंदी, दौसा, धौलपुर, जयपुर, झालावाड़, करौली, सवाईमाधोपुर, सीकर और टोंक में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। जबकि 20 जुलाई को मारवाड़ पर मानसून की मेहरबानी होगी, जिसमें जालौर, जोधपुर पाली और सिरोही में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
मारवाड़ में भी बारिश का दौर
मौसम केन्द्र की माने तो राजधानी जयपुर में 18 और 19 जुलाई को भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। जबकि 20 जुलाई तक आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे। उधर, सवईमाधोपुर और बूंदी में 17 व 18 जुलाई को अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। जोधपुर में 19 जुलाई को अति भारी बारिश की संभावना जताई जा रही है। ताजा आंकड़ों पर नजर डाले तो 21 जुलाई तक राजस्थानभर में बारिश का दौर चलेगा। इसमें मारवाड़ के सभी जिलों को शामिल किया गया है। बारिश का दौर चलने से एक बार फिर से नदी-नाले उफान पर होंगे।