उन्होंने बताया कि अध्यक्ष का चुनाव तीन साल के लिए किया गया है और अगला चुनाव एक मार्च 2027 को होगा। उन्होंने कहा कि पार्टी अध्यक्ष या उनके परिवार का कोई भी सदस्य कोई चुनाव नहीं लड़ सकेंगे। इन नेताओं ने कहा कि इस पार्टी का गठन पंथ और पंजाब को समर्पित एक क्षेत्रीय पार्टी की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए किया गया है। उन्होंने कहा कि आज जहां सभी मौजूदा राजनीतिक दल अपना आंतरिक लोकतंत्र खो चुके हैं, वहीं वे पंजाब के व्यापक अधिकारों सहित राज्य के क्षेत्रीय अधिकारों को भी भूल गये हैं। प्रदेश सहित देश में अराजकता का माहौल है और शासक तानाशाही की ओर बढ़ रहे हैं। देश में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार की प्रवृत्ति में गुरुद्वारों में सरकारी हस्तक्षेप और सिखों के दमन की घटनाएं भी बढ़ रही हैं।
उन्होने कहा कि सिखों के साथ हो रही ज्यादतियों को रोकने, पंजाब और पंजाबियों को उखाड़ने की गहरी साजिश से निपटने के लिए पंजाब में एक मजबूत क्षेत्रीय पार्टी की सख्त जरूरत को पूरा करना हर बुद्धिमान पंजाबी का कर्तव्य है। पंथक सोच वाले और राजनीतिक रूप से समझदार पंजाबियों को शेरे पंजाब अकाली दल से जोड़ने के लिए पंजाब के ज्वलंत मुद्दों पर एक अभियान शुरू किया जायेगा।