क्या है पूरा मामला
बता दें कि कनाडा और भारत के बीच विवाद पिछले साल जून महीने में निज्जर की हत्या के बाद बढ़ना शुरू हो गया था। 18 जून 2023 की शीम को कनाडा में गुरुद्वारे से निकलते समय खालिस्तान समर्थक नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या कर गोली मारकर हत्या कर दी थी। उस समय से ही भारत पर यह आरोप लगाए जाने लगे कि उसके एजेंटों ने निज्जर की हत्या करवाई है। कनाडा के पीएम ने भी भारत सरकार पर निज्जर की हत्या में शामिल होने का आरोप लगाया था। जिसे भारत ने पूरी तरह से खारिज किया था। भारत ने इस दावे को खारिज करते हुए कनाडा से सबूत की मांग की थी।
भारत ने कनाडा से बुलाए उच्चायुक्त
बता दें कि हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद उठे विवाद को लेकर भारत और कनाडा के संबंधों में कड़वाहट आई। वहीं हाल ही में भारत ने अपने उच्चायुक्त को कनाडा से वापस बुला लिया था। इससे पहले 14 अक्टूबर की शाम को विदेश मंत्रालय के सचिव ने कनाडाई सीडीए को तलब किया था। उन्होंने बताया गया कि कनाडा में भारतीय उच्चायुक्त और अन्य राजनियकों और अधिकारियों को आधारहीन तरीके से निशाना बनाना अस्वीकार्य है।
कनाडा के राजनयिकों को दिल्ली छोड़कर जाने को कहा
कनाडा के राजनयिको को भारत ने 19 अक्टूबर तक दिल्ली को छोड़कर जाने को कहा है। दरअसल यह अहम घटनाक्रम खालिस्तान समर्थक हरदीप सिंह निज्जर की 2023 में हुई हत्या के बाद कनाडा की जांच और उसके आधार पर भारत पर लगाए गए आरोपों के बाद हुए हैं। जबकि कुछ कनाडा की आक्रामकता की मुख्य वजह अगले साल होने वाले चुनाव बताए जा रहे हैं।