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जयपुर

Rajasthan Election- टिकट कटा तो खड़े हो गए, आश्वासन मिला तो बैठ गए ये नेता

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जयपुरNov 23, 2018 / 08:07 am

Santosh Trivedi

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जयपुर। Rajasthan Election- टिकट कटते ही नेता बागी हो जाते है, लेकिन पार्टी नेताओं का दबाव पड़ता है या भविष्य में सम्मान का आश्वासन मिलते ही कई बागी नाम वापस ले लेते हैं। इस चुनाव में बगावत का बिगुल बजाने वाले जिन नेताओं ने नाम वापस लिए है। उन्होंने पहले क्या बयान दिया और नाम वापसी के बाद क्या। पेश है एक बानगी
1. सांगानेर- भाजपा विधायक ज्ञानदेव आहूजा
पहले- समाज व कार्यकर्ताओं के कहने पर चुनाव लड़ रहा हूं। मेरे से न किसी ने टिकट काटने से पहले पूछा न अब बात की।
अब- पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने सरकार बनने पर सम्मान का भरोसा दिलाया है। कार्यकर्ताओं व समाज की सलाह पर संगठन के सम्मान में नाम वापस लिया है।
2. लाड़पुरा- भाजपा विधायक भवानीसिंह राजावत
पहले- मेरे को बिना विश्वास में लिए टिकट काटा है। कार्यकर्ता चाहते हैं चुनाव लडूं। इसलिए उनके कहने पर लड़ रहा हूं।
अब- पार्टी का निष्ठावान कार्यकर्ता हूं, ओमजी माथुर ने समझाया है। कार्यकर्ताओं से सलाह के बाद पार्टी हित में नाम वापस ले रहा हूं।
3 मालपुरा- भाजपा विधायक अल्का सिंह
पहले- अभी तक कोई मनाने नहीं आया फिलहाल मेरा फैसला यही है कि चुनाव मैदान में डटी रहूंगी।
अब- भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, चुनाव प्रभारी प्रकाश जावडेकर के कहने पर पार्टी हित में नामांकन वापस लिया है।

4. मसूदा-कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ब्रह्मदेव कुमावत
पहले- कार्यकर्ताओं के कहने पर फार्म भरा है। अशोक गहलोत और सचिन पायलट के फोन आए थे। कार्यकर्ता जो कहेंगे वही करूंगा।
अब- सभी बड़े नेताओं के फोन आए हैं। कार्यकर्ताओं ने बैठक की, सामूहिक निर्णय के बाद उनके कहने पर नाम वापस लिया है।
5.बांसवाड़ा-भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री दलीचंद मइडा
पहले-कार्यकर्ताओं के कहने पर खड़ा हुआ हूं।
अब-हकरू (भाजपा प्रत्याशी) मेरे छोटे भाई समान है। मैं भाजपा का था और रहूंगा। अब हकरू को जिताने के लिए हम सब काम करेंगे।
6. अजमेर दक्षिण- कांग्रेस के ललित भाटी
पहले- मेरे जैसे कार्यकर्ता का टिकट काटकर कार्यकर्ताओं का अपमान किया है। कार्यकर्ताओं के कहने पर चुनाव लड़ रहा हूं।
अब- पूर्व सीएम अशोक गहलोत के कहने पर नाम वापस ले रहा हूं। पार्टी के हित में काम करूंगा।
7. नागौर- कांग्रेस नेता व नागौर नगर परिषद के सभापति कृपाराम सोलंकी
पहले- दल बदलू को टिक देकर कार्यकर्ताओं का अपमान किया है। इसलिए मैं कार्यकर्ताओं के कहने पर चुनाव मैदान में आया हूं।
अब- अशोक गहलोत ने समझाइश की है तथा समाज के लोगों से बातचीत के बाद उनकी राय पर नाम वापस लिया है।

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