पहले- समाज व कार्यकर्ताओं के कहने पर चुनाव लड़ रहा हूं। मेरे से न किसी ने टिकट काटने से पहले पूछा न अब बात की।
अब- पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने सरकार बनने पर सम्मान का भरोसा दिलाया है। कार्यकर्ताओं व समाज की सलाह पर संगठन के सम्मान में नाम वापस लिया है।
पहले- मेरे को बिना विश्वास में लिए टिकट काटा है। कार्यकर्ता चाहते हैं चुनाव लडूं। इसलिए उनके कहने पर लड़ रहा हूं।
अब- पार्टी का निष्ठावान कार्यकर्ता हूं, ओमजी माथुर ने समझाया है। कार्यकर्ताओं से सलाह के बाद पार्टी हित में नाम वापस ले रहा हूं।
पहले- अभी तक कोई मनाने नहीं आया फिलहाल मेरा फैसला यही है कि चुनाव मैदान में डटी रहूंगी।
अब- भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, चुनाव प्रभारी प्रकाश जावडेकर के कहने पर पार्टी हित में नामांकन वापस लिया है।
4. मसूदा-कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ब्रह्मदेव कुमावत
पहले- कार्यकर्ताओं के कहने पर फार्म भरा है। अशोक गहलोत और सचिन पायलट के फोन आए थे। कार्यकर्ता जो कहेंगे वही करूंगा।
अब- सभी बड़े नेताओं के फोन आए हैं। कार्यकर्ताओं ने बैठक की, सामूहिक निर्णय के बाद उनके कहने पर नाम वापस लिया है।
पहले-कार्यकर्ताओं के कहने पर खड़ा हुआ हूं।
अब-हकरू (भाजपा प्रत्याशी) मेरे छोटे भाई समान है। मैं भाजपा का था और रहूंगा। अब हकरू को जिताने के लिए हम सब काम करेंगे।
पहले- मेरे जैसे कार्यकर्ता का टिकट काटकर कार्यकर्ताओं का अपमान किया है। कार्यकर्ताओं के कहने पर चुनाव लड़ रहा हूं।
अब- पूर्व सीएम अशोक गहलोत के कहने पर नाम वापस ले रहा हूं। पार्टी के हित में काम करूंगा।
पहले- दल बदलू को टिक देकर कार्यकर्ताओं का अपमान किया है। इसलिए मैं कार्यकर्ताओं के कहने पर चुनाव मैदान में आया हूं।
अब- अशोक गहलोत ने समझाइश की है तथा समाज के लोगों से बातचीत के बाद उनकी राय पर नाम वापस लिया है।