व्यापारियों की मानें तो बाजार में रोजाना एक से सवा लाख लोगों की आवाजाही रहती है।किशनपोल बाजार: प्याऊ पर मटके भी पड़ रहे कमशहर के पहले स्मार्ट बाजार में पेयजल के नाम पर सिर्फ दो प्याऊ है, हालांकि ये वे प्याऊ है, जो सालभर चलती है। गर्मी को लेकर अलग से कोई पेयजल की व्यवस्था नहीं है। महाराजा स्कूल के बाहर प्याऊ पर पानी पिला रहे गोपाल ने बताया कि गर्मी में रोजाना राहगीर 40 मटके पानी पी जाते हैं।त्रिपोलिया बाजार: नाम ठंडी प्याऊ, पानी गर्मत्रिपोलिया बाजार में वर्षों पुरानी ठंडी प्याऊ है, जहां कभी लोगों को ठंडा पानी मिलता था, लेकिन प्रशासन की अनदेखी के चलते अब यहां लोगों को गर्म पानी मिल रहा है। यहां पास में ही वाटर कूलर है, लेकिन उसके ताले लगे हुए हैं। मंदिर कृष्ण चंद्रजी के बाहर वाटर कूलर लगा है, इसमें पानी के तीन कनेक्शन है, लेकिन पानी नहीं आता है।
आसपास के दुकानदार ही टेंकर से पानी डलवाते हैं।चौड़ा रास्ता: नियमित प्याऊ, नई नहींचौड़ा रास्ता में 12 माह लगने वाली ही प्याऊ है, यहां नई प्याऊ नहीं लगी है। जबकि इस बाजार में सबसे अधिक विद्यार्थी आते हैं। व्यापारियों की मानें तो बाजार में रोजाना 60 से 70 हजार लोगों की आवाजाही रहती है।मुख्य मार्गों पर दूर-दूर तक नहीं प्याऊशहर के वीवीआईपी रोड जेएलएन मार्ग व टोंक रोड जैसे मुख्य मार्गों पर भी दूर-दूर तक प्याऊ नजर नहीं आती है। जबकि इन मार्गों से रोजाना हजारों की संख्या में वाहनचालक गुजरते हैं। कोविड से पहले गर्मियों लगने वाली टाटी की प्याऊ इस बार भी नजर नहीं आई।
…..गर्मी में एक्स्ट्रा पानी की जरूरत
नियमित रूप से रोजाना 2 से 3 लीटर पानी पीना जरूरी है, अगर गर्मी में बाहर निकल रहे हैं तो एक्स्ट्रा पानी की जरूरत है। इसके लिए लोग घर से पानी साथ में लेकर निकले, डिहाइड्रेशन नहीं होने दें।– डॉ. विनय मल्होत्रा, अधीक्षक, एसएमएस सुपर स्पेशलिटी अस्पतालपरकोटे के बाजारों में ही रोजाना 10 लाख लोग आते हैं, लेकिन पेयजल को लेकर पर्याप्त व्यवस्था नहीं है। नगर निगम की ओर से वाटर कूलर लगाए जाने चाहिए, इसमें व्यापार मंडल भी सहयोग करने के लिए तैयार है।— सुभाष गोयल, अध्यक्ष जयपुर व्यापार महासंघ