उन्होंने बताया कि एसबीआइ पेमेंट सर्विस के लव कुश नगर प्रथम निवासी मैनेजर ललित कुमार जैन ने करधनी थाने में इस संबंध में 13 दिसंबर को रिपोर्ट दर्ज करवाई। रिपोर्ट में बताया कि किसी व्यक्ति ने फर्जी तरीके से ई-मेल भेजकर मर्चेंट अकाउंट से जुड़े खाता नंबर बदलवाकर ठगी कर ली।
थानाधिकारी हरीश सोलंकी के नेतृत्व में तकनीकी टीम ने अनुसंधान के बाद दोनों आरोपियों की पहचान की। गिरफ्तार दोनों आरोपी ऑनलाइन सट्टा ऐप की जानकारी भी रखते हैं और खुद का अकाउंट भी बना लिया।
इस तरह की वारदात
आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि सट्टा ऐप का अकाउंट रिचार्ज करने के दौरान यूपीआइ आइडी के साथ-साथ अन्य भी प्रदर्शित होती है। दोनों इसका लाभ उठाते हुए कस्टमर केयर सेंटर पर कॉल करते व ई-मेल भेजकर मर्चेंट अकाउंट की आइडी भूलने की कहकर जानकारी प्राप्त कर लेते।
फिर मर्चेंट अकाउंट से जुड़े बैंक खाते बदलवाकर खुद का खाता एड करवा देते। इसके बाद मर्चेंट अकाउंट में आने वाला पैसा उनके खाते में आ जाता। आरोपियों ने 10 बैंक खाते खुद के खाते से जोड़कर 26.65 लाख रुपए की ठगी की। करधनी के एक कार डेकोर का मर्चेंट अकाउंट का खाता बदलवा दिया। कार डेकोर खाता धारक ने इसकी शिकायत बैंक में की, तब फर्जीवाड़े का पता चला।