बॉर्डर टूरिज्म को लेकर पर्यटन विभाग की ओर से पर्यटन मंत्रालय और सीमा सुरक्षा बल के साथ कई बैठके आयोजित की गई है, आखिर पर्यटन विभाग के प्रयास रंग लाए। पर्यटन मंत्रालय ने श्री तनोट कॉम्प्लेक्स को पर्यटक आकर्षण के रूप में विकसित करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है।
लोंगेवाला भारत की प्रसिद्ध सीमा
पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने बताया कि लोंगेवाला भारत की प्रसिद्ध सीमा है, जिसे 1971 के युद्ध के दौरान भारतीय सेना की वीरता के लिए गर्व से याद किया जाता है। यह पर्यटकों के लिए प्रमुख आकर्षण का केन्द्र है। उन्होंने बताया कि तनोट माता मंदिर में प्रतिदिन हजारों पर्यटक और भक्त दर्शन के लिए आते है। समृद्ध ऐतिहासिक भव्यता की पृष्ठभूमि में भारत-पाक सीमा की आभा पर्यटकों को जीवन भर संजोने की स्मृति देती है। साथ ही बॉर्डर टूरिज्म से रोजगार और स्थानीय लोक कलाकारों को नए अवसर मिलेंगे।
रोजगार के खुलेंगे नए द्वार
पर्यटन विभाग की प्रमुख सचिव गायत्री राठौड़ ने बताया कि बॉर्डर पर मरुस्थलीय धोरों में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए युद्ध की महिमा और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की कई कहानियां हैं, बॉर्डर टूरिज्म की यह पहल पर्यटकों को सुविधाजनक और सुरक्षित पहुंच प्रदान करेगी। उन्होंने बताया कि सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और पर्यटन मंत्रालय के साथ राजस्थान पर्यटन की यह पहल न केवल पर्यटकों को सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के साथ-साथ सुरक्षा बलों के जीवन को समझने में मदद करेगी, बल्कि वहां रहने वाले स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए द्वार भी खोलेगी।