आईएसआईईएम 2024 के सचिव डॉ प्रियांशु माथुर ने बताया कि सम्मेलन का मुख्य ध्यान आनुवांशिक मेटाबॉलिक विकारों (आईएमडी) के निदान, प्रबंधन और चिकित्सा में हालिया प्रगति पर होगा। आईएमडी एक समूह हैं जिनमें दुर्लभ आनुवंशिक विकार शामिल हैं। जो शरीर के पोषक तत्वों को ऊर्जा में बदलने की क्षमता को प्रभावित करते हैं। समय पर निदान न होने पर यह गंभीर मानसिक और शारीरिक समस्याएं उत्पन्न कर सकते हैं।
डॉ. लोकेश अग्रवाल ने बताया कि सम्मेलन में नवजात स्क्रीनिंग, आनुवंशिक परीक्षण, नई चिकित्सा विधियां, और सह-रुग्णताओं के प्रबंधन पर चर्चाएं की जाएंगी। चेयरमैन डॉ. जयकिशन मित्तल ने बताया कि विभिन्न प्रकार के आईएमडी जैसे लाइसोसोमल स्टोरेज डिसऑर्डर और माइटोकांड्रियल डिसऑर्डर पर वैज्ञानिक सत्रों में नवीनतम शोध और केस स्टडीज प्रस्तुत की जाएंगी।
कॉन्फ्रेंस का मुख्य उद्देश्य स्वास्थ्य पेशेवरों को शिक्षित करना, अनुसंधान को बढ़ावा देना, और प्रभावित परिवारों का समर्थन करना है, ताकि वे इन जटिल विकारों को समझ सकें और बेहतर उपचार प्राप्त कर सकें।