आयुक्त अरुण कुमार हसीजा ने कहा कि पार्किंग शुरू करने के लिए राजस्व शाखा के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। जल्द ही टेंडर लगाया जाएगा। सीएस कार्यालय को भेजा जवाब -राजस्थान पत्रिका की खबर के बाद मुख्य सचिव कार्यालय ने रिपोर्ट मांगी। निगम ने अपने जवाब में लिखा कि 12 मार्च को पहली बार और इसके बाद 13 जून और 27 जून को निविदा निकाली। हालांकि, बोली न लगने की वजह से पार्किंग का संचालन शुरू नहीं हो पाया।
-जुलाई में ठेकेदारों से विचार विमर्श किया। इस बैठक में आठ ठेकेदार पहुंचे। कुछ सुझाव भी दिए। लेकिन, अमल किसी पर नहीं हुआ। 27 नवम्बर को पार्किंग संचालित करने के लिए सुझाव हैरिटेज निगम ने मांगे। 20 नवम्बर और 26 दिसम्बर को बैठक हुईं, लेकिन इनके कोई परिणाम सामने नहीं आए।
इधर, बढ़ रहा कार्यकाल जेडीए ने अप्रेल में दोनों पार्किंग स्मार्ट सिटी को सौंप दी हैं। ऐसे में फेज-1 की पार्किंग का कार्यकाल पिछले आठ माह से बढ़ाया जा रहा है। जबकि, पार्किंग का एक हिस्सा खाली पड़ा है।