एडिशनल पुलिस कमिश्नर कुंवर राष्ट्रदीप ने बताया कि पुलिस टीम ने 200 कैमरों को चैक कर वारदात के लिए आरोपियों के आने जाने का रुट तैयार गया। फुटेज के आधार पर पुलिस फतेहपुर सीकरी उत्तर प्रदेश पहुंची। जहां से उनके दिल्ली में होने की सूचना मिली। पुलिस को पता चला कि मुख्य अभियुक्त विजय प्रताप की महिला मित्र संगम विहार दिल्ली में रहती है। पुलिस ने महिला मित्र को सीसीटीवी फुटेज दिखाया तो उनकी पहचान बंशी राजपूत उर्फ विजय प्रताप और सुरेन्द्र उर्फ कल्ला के रुप में हुई।
पुलिस ने बताया कि आरोपी शातिर और पुराना चालानशुदा होने के कारण वारदात के समय मोबाइल नही रखता है। तथा ना ही रात को सोते समय मोबाइल पास में रखता है। अगर किसी से मोबाइल पर बात करनी होती है तो वह अपनी लोकेशन से दूर लोकेशेन बदलकर फोन कॉल करता है। इसलिए आरोपी को पकड़ना मुश्किल हो रहा था।
पुलिस को सूचना मिली थी कि आरोपी राजाखेड़ा से दिल्ली में माल बेचने गए है। इस पर टीम दिल्ली पहुंची तो पता चला कि वह जयपुर के लिए निकल गए। पुलिस ने उनकी बाइक का पीछा किया। इस दौरान बाइक स्लिप होने पर गिर गए जिससे उनके हाथ पैरों में 6 फ्रैक्चर हो गए। पुलिस ने आरोपी विजय प्रताप सिंह और सुरेन्द्र उर्फ कल्ला को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने मौजों में छिपा कर रखी 12 चेन बरामद कर ली। जबकि कुछ आरोपियों ने बेच डाली। पुलिस चेन खरीदने वालों को भी गिरफ्तार करेगी।