दरअसल, सचिन पायलट गुरुवार को अजमेर के दौरे पर रहे, जहां उन्होंने किशनगढ़ और पुष्कर में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के शोक संतप्त परिवार को सांत्वना दी। उसके बाद सचिन पायलट अजमेर के सर्किट हाउस पहुंचे जहां उन्होंने राजस्थान उपचुनाव, राजस्थान सरकार, हरियाणा रिजल्ट, एसआई भर्ती परीक्षा सहित कई मुद्दों पर बात की।
‘राजस्थान के अंदर सब कुछ चरमरा गया’
भजनलाल सरकार के बारे में बोलते हुए सचिन पायलट ने कहा कि सरकार में कुछ भी ठीक नहीं, राजस्थान के अंदर सब कुछ चरमरा गया है। कानून-व्यवस्था ध्वस्त हो गई है, अफसरशाही हावी है, सत्ता के कई केन्द्र बने हुए है। सत्ता व संगठन एक मत नहीं होकर कन्यफ्यूज है। मंत्री इस्तीफा देकर बैठे है और पता नहीं कि वे मंत्री है या नहीं। मुख्यमंत्री को खुलकर काम करने की छूट नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में विकास के जो काम थे वो ठप हो गए हैं। विकास के लिए बजट आवंटन नहीं हो रहा है। सरकार बनने के बाद उनसे जो उम्मीद थी वो पूरा नहीं हो रहा है हर तरफ सरकार फेल हो रही है। राजस्थान में ऐसा पहली बार हो रहा है कि सरकार 10 माह में ही अपना इकबाल खो चुकी है। इसका खामियाजा जनता को उठाना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि जब भी राजस्थान में उपचुनाव की घोषणा होगी तो सभी सीटों पर कांग्रेस की जीत होगी। हम लोगो ने बहुत पहले से ही तैयारी कर रखी है, मुझे नहीं लगता की बहुत ज्यादा हरियाणा चुनाव के नतीजों का फर्क राजस्थान के उपचुनाव में पड़ेगा। यह अलग राज्य है, अलग परिस्थिति में उपचुनाव हो रहा है, सभी सीटों पर कांग्रेस मजबूती से चुनाव लड़ेगी और जीतेगी।
‘राजस्थान में कांग्रेस एकजुट’
वहीं, प्रेसवार्ता में जब सवाल पूछा गया कि अजमेर में कांग्रेस एकजुट है या नहीं, तो इस पर सचिन पायलट ने जवाब दिया कि मैं इतने सालों से आपको समझा रहा हूँ, आप मेरी बात समझने को तैयार ही नहीं हो। कांग्रेस पार्टी राजस्थान में भी एकजुट भी है, पूरे देश में भी एक जुट है। कांग्रेस पार्टी में केवल खरगे-राहुल और सोनिया गुट है। ‘उम्मीद के मुताबिक परिणाम नहीं मिले’
हरियाणा विधानसभा चुनाव के परिणाम पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए सचिन पायलट ने कहा कि, ‘हरियाणा में उम्मीद के विपरित परिणाम आए। पिछले दस साल से हरियाणा सरकार से लोग नाराज थे। जितने अनुमान, उम्मीद, सर्वे, और फीडबैक आए, परिणाम वैसा नहीं आया। जो पूरे देश में सर्वसम्मति से मानते थे कि यहां हम सरकार बनाएंगे। जब अचानक परिणाम बदले तो भाजपा को बढ़त मिली। इलेक्शन कमीशन को कुछ लिखित शिकायतें दी गई हैं।
सचिन पायलट ने कहा कि हमारे नेता राहुल गांधी ने भी परिणाम को कहा है कि हम समीक्षा करेंगे। जहां कमी रही, वहां पर और कांग्रेसी कार्यकर्ता काम करेंगे। हरियाणा में कांग्रेस को 40 प्रतिशत वोट मिले और कांग्रेस का वोट प्रतिशत बढ़ा। कांग्रेस को जो करना है, करेंगी और पूरे जज्बे के साथ आगामी चुनाव लडे़गे।