सूचना मिलते ही राशि बैंक से करवाई होल्ड:
पाली में साइबर थाना तीस नवम्बर को खुला। यहां जिलेभर से साइबर ठगी के मामले आते है। अब तक 194 परिवाद दर्ज किए है। साइबर ठगी की सूचना मिलने पर परिवादियों की 22 लाख रुपए की राशि बैंक से होल्ड करवाकर साइबर पुलिस ने ठगी से बचाई है। इसी प्रकार ठगी हुई साढ़े सात लाख रुपए रिकवर किए गए। साइबर थाने में लगातार परिवाद बढ़ रहे हैं। सबसे अधिक ठगी आईडी हैक कर रुपए मांगने व ओटीपी पूछकर खाते से रुपए निकालने की हो रही है। ऐसी ठगी रोकने के लिए पुलिस लगातार आमजन से अपील कर रही है।
साइबर जागरूकता के लिए यह अपील: ● किसी भी अनजान व्यक्ति को ओटीपी, यूपीआइ पिन, सीसीवी नम्बर, डेबिट / क्रेडिट कार्ड नम्बर, बैंक खाता का विवरण, पैन कार्ड एवं आधार कार्ड का विवरण नहीं दें।
● अपराधी लोगों को बड़े बैंक लोन स्वीकृत करने के नाम से जानकारी प्राप्त कर धोखाधड़ी करते है, ऐसे फोन कॉल से सावधान रहें। ● अपराधी सेना के अधिकारी बताकर वाहन बचने के नाम पर अग्रिम राशि जमा करवाकर ठगी करते है, ऐसे लोगों से सावधान रहें।
● बिजली एवं अन्य सरकारी निगमों के बिल बकाया बताकर कनेक्शन काटने की धमकी देते है। ऐसे फर्जी सन्देश / कॉल से सावधान रहें। ● सोशल मीडिया पर फर्जी विज्ञापनों के जरिए अपराधी लोगों को घर बैठे रोजगार / ऑनलाइन रोजगार का झांसा देकर धोखाधड़ी करते हैं। ऐसे कॉल / विज्ञापनों से सावधान रहें।
● अपराधी फर्जी लोन एप डाउनलोड करवाकर मोबाइल में एक्सेस प्राप्त कर निजी जानकारी चोरी कर सदस्यों के फोटो आदि प्राप्त करते है। बाद में बदनाम करने की धमकियां देकर लोन राशि से बहुत अधिक राशि वसूली करते है, ऐसे फर्जी लोन एप से सावधान रहें।
● फैसबुक, वॉटसअप इन्टाग्राम आदि सोशल मीडिया प्लेटफार्म में डीपी लगाकर इमरजेंसी बताकर पैसे मागते है, ऐसे लोगों से सावधान रहें। ● मोबाइल / डेस्कटॉप में हैण्डलिंग एप डाउनलोड करवाकर एक्सेस प्राप्त कर साइबर अपराध करते है, ऐसे अनजान व्यक्ति के बताए अनुसार एप डाउनलोड नहीं करें।
● बड़ी लॉटरी या इनाम जीतने के प्रलोभन देकर झांसे में लेकर अपराधी अपने खातों में पैसे जमा करवाते है, इनसे सावधान रहें। ● अपने इ-मेल, सोशल मीडिया एकाउंट में ज्यादातर व्यक्ति अपने मोबाइल नम्बर को पासवर्ड रखते हैं। जरूरी है कि सभी पासवर्ड मजबूत व प्रत्येक दो-तीन माह में पासवर्ड बदलते रहे।