सीएम भजनलाल ने कहा कि राइजिंग राजस्थान में प्री समिट में का बड़ा योगदान रहेगा। सरकार अभी तक 18 लाख करोड़ के MoU निवेश के लिए कर चुकी है। उन्होंने कहा कि MoU धरातल पर उतरने चाहिए, छोटे MoU जल्द धरातल पर उतरते है। दरअसल, शिक्षा के क्षेत्र में निवेश को लेकर 6 नवंबर को होटल इंटरकॉन्टिनेंटल, जयपुर में एजुकेशन प्री-समिट 2024 का आयोजन किया गया।
जनता का हमारी सरकार पर विश्वास बढ़ा- CM
इस दौरान सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा कि विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस के जातिवाद के एजेंडे पर हमारी सरकार का विकास का एजेंडा भारी रहा है। उन्होंने कहा कि 10 महीने के छोटे समय में हमने रिकॉर्ड काम किए हैं। जिससे कांग्रेस की नींव हिल चुकी है। जनता का हमारी सरकार पर विश्वास जमा है। जिन मुद्दों पर कांग्रेस वर्षों तक राजनीति करती रही है। डबल इंजन सरकार उनसे संबंधित समझौते कर उन्हें धरातल पर उतारने का कार्य तेजी से कर रही है। सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा कि MoU को धरातल पर लाने के लिए सरकार पूरी तरह समर्पित होकर कार्य कर रही है। ये निवेश राजस्थान को विकसित राजस्थान बनाने में अहम भूमिका निभाएंगे। पेपर लीक जैसे मामलों में SIT ने 190 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
प्रेमचंद बैरवा ने सीएम की तारीफ की
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा ने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राजस्थान प्रगति के पथ पर आगे बढ़ रहा है। मुझे खुशी है कि इस आयोजन का उद्देश्य आर्थिक सहयोग नहीं बल्कि युवाओं को आत्मनिर्भर बनाना है। वहीं, युवा एवं खेल विभाग मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा कि शिक्षा डिग्री के लिए नहीं जीवन के लिए होनी चाहिए। खेल अनुशासन, आत्मविश्वास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
इस दौरान शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि अपनी माटी से जुड़ने के लिए मैं राजस्थान के लोगों का, निवेशकों, भामाशाहों, दानदाताओं का आभार प्रकट करता हूं। शिक्षा जीवन की नींव होती है, जो भी मंजिलें तय की जाएंगी, यह उनका आधार होगी। हम शिक्षा के साथ संस्कार देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
प्रदेश को मिलेगी नई दशा एवं दिशा
राजस्थान सरकार का ध्येय है कि राज्य की शिक्षा व्यवस्था को केवल राज्य स्तर पर ही नहीं, बल्कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाना है। इन उद्देश्यों की परिपूर्णता हेतु इस वृहत आयोजन में शिक्षा क्षेत्र के विशिष्ठ नीति विशेषज्ञ, शिक्षाविद, उद्योग जगत की प्रमुख हस्तियां, भामाशाह, दानदाता और प्रदेश की शिक्षा को नई दिशा देने वाले विशेषजन शामिल हो रहे हैं।