दरअसल, SMS हॉस्पिटल के डॉक्टर राकेश जैन से बताया कि 28 साल के लालाराम 60 फीसदी झुलस गए थे। उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। उनकी आज सुबह मौत हो गई। अभी भी SMS हॉस्पिटल के बर्न वॉर्ड में गंभीर रूप से झुलसे 20 मरीजों का इलाज चल रहा है। इन मरीजों में 3 वेंटिलेटर पर हैं। लालाराम की बॉडी SMS हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी में रखवा दी गई है। मेडिकल बोर्ड से पोस्टमॉर्टम होने के बाद शव परिजनों को दिया जाएगा।
40 से अधिक वाहन जल गए थे
बताते चलें कि कि अग्निकांड में 40 से अधिक वाहन जलकर नष्ट हो गए थे। इनमें ट्रक, ट्रेलर और कई अन्य छोटे वाहन शामिल हैं। हादसे में हुए धमाके से आसपास के क्षेत्र को भी भारी नुकसान पहुंचा। प्लास्टिक और पाइप निर्माण का एक बड़ा गोदाम पूरी तरह जल गया था। इस हादसे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने मृतकों के परिवारों और घायलों को मुआवजा देने की घोषणा की है। वहीं, इस हादसे की जांच के लिए विभिन्न कमेटियां बनाई गई हैं। हादसे के कारणों को लेकर विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जा रही है।
हाईकोर्ट ने लिया स्वत: संज्ञान
राजस्थान हाईकोर्ट ने इस दर्दनाक हादसे पर स्वत: संज्ञान लेते हुए केंद्र और राज्य सरकार को नोटिस जारी किया है। जस्टिस अनूप कुमार की एकलपीठ ने निर्देश दिया कि पीड़ित परिवारों को उचित मुआवजा दिया जाए। कोर्ट ने भारत सरकार, पेट्रोलियम मंत्रालय, राज्य के मुख्य सचिव, और आपदा प्रबंधन विभाग को जवाब दाखिल करने के निर्देश दिए हैं।
DCP वेस्ट के नेतृत्व में हो रही जांच
जयपुर पुलिस कमिश्नर ने इस मामले की गहराई से जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है। एसआईटी का नेतृत्व डीसीपी वेस्ट अमित कुमार कर रहे हैं। इस जांच टीम का उद्देश्य हादसे के कारणों का पता लगाना और लापरवाही की हर कड़ी की जांच करना है। साथ ही जिला कलेक्टर द्वारा गठित एक अलग समिति भी हादसे की जांच कर रही है। यह समिति सोमवार को अपनी रिपोर्ट पेश करेगी।