अंधेरी जगहों की खोज
आकाश के तारे और ग्रह देखने की चाहत अब लोगों को अंधेरी जगहों पर खींच रही है। खगोल शास्त्री और खगोल वैज्ञानिक भी लोगों को शहर से दूर, खुले आसमान के नीचे ले जाने के लिए एस्ट्रो कैंप आयोजित कर रहे हैं। क्यों हो रहे हैं तारे ओझल?
रोड लाइट्स का प्रभाव : रात में घरों और सड़कों की रोशनी से उत्पन्न प्रकाश वायुमंडल में बिखर जाता है, जिससे तारे धुंधले नजर आते हैं।
वायु प्रदूषण : फैक्ट्रियों और वाहनों से निकलने वाला धुआं और धूल के कण आसमान को ढक लेते हैं, जिससे तारे देखने में कठिनाई होती है।
बढ़ते प्रदूषण से धुंधला हो जाता है आकाश
खगोल शास्त्री राहुल शर्मा ने कहा कि शहरी क्षेत्रों में बढ़ते प्रदूषण के कारण रात का आकाश और भी धुंधला हो जाता है। कणिका तत्व और अन्य प्रदूषक प्रकाश को बिखेर देते हैं, जिससे तारे देखने की संभावना और कम हो जाती है।