जोशी ने कहा कि वैल में आना गलत परंपरा है। पूरे देश में इस बात पर चर्चा चल रही है कि वैल में आने वालों को उस दिन के लिए सदन से बाहर कर दिया जाए। जोशी ने इस तरह के मामलों में छत्तीसगढ़ का उदाहरण भी दिया। इस पर लोढ़ा ने सदन में नारेबाजी की। उस दौरान सदन में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी मौजूद थे। कुछ देर बाद मुख्यमंत्री ने संयम लोढ़ा को आश्वासन देते हुए अपनी जगह जाने के लिए कहा। इसके बाद विधायक अपनी जगह पर चले गए। कुछ देर बाद मुख्य सचेतक महेश जोशी लोढ़ा के पास गए और दोनों आपस में बातचीत करने लगे।
नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया की तबियत खराब नेता प्रतिपक्ष की सदन की कार्यवाही के दौरान तबियत खराब हो गई। उन्हें उल्टी दस्त की शिकायत बताई गई। इसके बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया और उप नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ उन्हें आवास के लिए बाहर तक छोडने गए।
गहलोत ने बताया झोलाछाप के मामले को गंभीर विधानसभा में शून्यकाल के दौरान भाजपा विधायक मदन दिलावर ने झोलाछाप डॉक्टरों का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में डॉक्टरों के पद खाली हैं। रामगंज मंड़ी में 100 लोगों की मौत हर साल इसके कारण हो जाती है। दिलावर ने कहा कि ऐसे हालातों के कारण लोग खुद ही झोलाछाप के पास जाने के लिए मजबूर हैं। सरकार कुछ नहीं कर रही है। इस पर सदन में मौजूद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि यह विषय गंभीर है और सरकार इस पर कार्रवाई कर रही है।