इधर, हरियाणा और कश्मीर में नियुक्त किए गए भाजपा नेताओं को बूथ, मंडल, शक्ति केन्द्रों की मॉनिटरिंग के साथ-साथ विधानसभावार प्रत्याशियों की सामाजिक, व्यापारिक व अन्य संगठनों के साथ बैठकें आयोजित कराने की जिम्मेदारी दी गई है।
हरियाणा में भाजपा के इन नेताओं को जिम्मेदारी
सांसद दामोदर अग्रवाल, विधायक बाबा बालकनाथ, गुरवीर सिंह बराड़, कुलदीप धनखड, पूर्व सांसद संतोष अहलावत, निहालचंद मेघवाल, रंजिता कोली, मनोज राजोरिया, पूर्व केन्द्रीय मंत्री कैलाश चौधरी, पूर्व विधायक बिहारीलाल विश्नोई, अतर सिंह भडाणा, पूर्व मंत्री सुरेन्द्रपाल सिंह टीटी, रवि नैयर, बलवीर विश्नोई, हर्ष यादव, महेन्द्र सिंह राठौड़, रामस्वरूप कोली, आत्माराम, कर्नल देवानंद गुर्जर, बच्चू सिंह बैंसला।
जम्मू-कश्मीर में भाजपा के इन नेताओं को जिम्मेदारी
विधायक कैलाश वर्मा, शत्रुघ्न गौतम, छगन सिंह राजपुरोहित, कल्पना देवी, लालाराम बैरवा, विधायक नौक्षम चौधरी, विधायक जेठानंद व्यास, महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पूजा कपिल मिश्रा, अजमेर नगर निगम के उपमहापौर नीरज जैन, विमल अग्रवाल, विष्णु चेतानी, भूपेन्द्र बडौली, भगवान सिंह चौहान, लादूराम तेली, दुर्गासिंह, सोहनलाल आंजना। कांग्रेस में हरियाणा से सटे जिलों के नेताओं को मिलेगी जिम्मेदारी
हरियाणा से सटे अलवर, भरतपुर, जयपुर ग्रामीण, सीकर, चूरू, झुंझनूं, हनुमानगढ़ और गंगानगर जिले के नेताओं को प्रचार और चुनाव प्रबंधन की जिम्मेदारी दी जाएगी। इनमें नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा, विधायक ललित यादव, मनीष यादव, प्रशांत शर्मा, शिखा बराला, हाकम अली, श्रवण कुमार, विकास चौधरी, नरेंद्र बुढ़ानिया, अमित चाराण, रुपेंदर सिंह कुन्नर, डूंगरराम गेदर, सांसद राहुल कस्वां, संजना जाटव, बृजेंद्र ओला को प्रचार के लिए भेजने पर मंथन चल रहा है। श्रीगंगानगर से सांसद कुलदीप इंदौरा को सिरसा और राज्यसभा सांसद नीरज डांगी को हिसार लोकसभा क्षेत्र की जिम्मेदारी गई है।