बता दें कि
राजस्थान में लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दौसा में पहला रोड शो किया था। तब पीएम मोदी ने कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल को 7 लोकसभा सीटों पर बीजेपी को जिताने की जिम्मेदारी सौंपी थी। इसके बाद किरोड़ी ने वैसे तो 11 लोकसभा क्षेत्रों में खूब प्रचार किया। लेकिन, भरतपुर, करौली-धौलपुर, अलवर, जयपुर ग्रामीण, दौसा, टोंक-सवाई माधोपुर और कोटा-झालावाड़ सीट बीजेपी को जिताने के लिए काफी मेहनत की थी।
आईये जानते है इन 7 सीटों पर क्या है बीजेपी की स्थिति?
किरोड़ी मीणा ने जिन 7 लोकसभा सीटों पर खूब मेहनत की। उनमें से चार सीटों पर शुरुआती रुझान में बीजेपी आगे चल रहे है। वहीं, तीन सीटों पर बीजेपी पिछड़ती नजर आ रही है। भरतपुर में कांग्रेस की संजना जाटव, करौली-धौलपुर में भाजपा की इंदु देवी जाटव, अलवर में भाजपा के भूपेंद्र यादव, जयपुर ग्रामीण में कांग्रेस के अनिल चोपड़ा, दौसा में कांग्रेस के मुरारी लाल मीणा, टोंक-सवाई माधोपुर में भाजपा के सुखबीर सिंह जौनापुरिया और कोटा-झालावाड़ में भाजपा के दुष्यंत सिंह आगे चल रहे है।
क्या मंत्री पद छोड़ेंगे किरोड़ी मीणा?
किरोड़ी लाल मीणा बार-बार यही कहते आ रहे है कि अगर दौसा से बीजेपी के कैन्हया मीणा नहीं जीते तो वे मंत्री पद छोड़ देंगे। लेकिन, चुनाव मतगणना से पहले सोमवार को किरोड़ी मीणा ने कहा था कि अगर भरतपुर, करौली-धौलपुर, अलवर, जयपुर ग्रामीण, दौसा, टोंक-सवाई माधोपुर और कोटा-झालावाड़ सीट पर भाजपा नही जीती तो वे मंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे। ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि क्या किरोड़ी मीणा अपने वादे पर कायम रहेंगे या नहीं? क्योंकि इन सीटों में तीन सीटों पर कांग्रेस की स्थिति अच्छी बताई जा रही और शुरुआती रुझानों में बीजेपी से आगे भी चल रही है।