जयपुर डीसीपी साउथ दिगंत आनंद ने बताया कि जिले में कई लोगों के मोबाईल गुम होने की सूचना परिवादियों द्वारा पुलिस थानो पर दर्ज कराई गई थी। कई परिवादी गणों ने बड़ी मुश्किल से किस्तों पर मोबाईल खरीदा था। जिस पर जिला पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) जयपुर द्वारा परिवादियों को उनके मोबाईल दिलवाएं जाने के लिए अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) जयपुर पारस जैन, आरपीएस के निर्देशन में समस्त थानाधिकारियों एवं जिला जयपुर (दक्षिण) की तकनीकी शाखा को गुमशुदा मोबाईलों को ट्रेस करने हेतु निर्देश दिये गये।
‘आपका मोबाईल फिर से आपका’ चला अभियान
जिस पर जिला जयपुर (दक्षिण) के पुलिस थानों द्वारा तकनीकी शाखा से सहयोग प्राप्त करते हुए एक विशेष अभियान “आपका मोबाईल फिर से आपका” के तहत वर्ष 2024 में एवं पिछले वर्षों में गुम हुये 533 मोबाईलों को सर्च करने के लिये अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) जयपुर के निर्देशन में तकनीकी शाखा व जयपुर दक्षिण के समस्त थानों की टीमों का गठन किया गया। गठित टीमों द्वारा गुमशुदा मोबाईलों को मोबाईल सेवा प्रदाता कम्पनियों एवं सीईआईआर पोर्टल से तकनीकी सूचना प्राप्त कर राजस्थान के अलग-अलग जिलों में चल रहे गुमशुदा मोबाईलों को ट्रेस कर बरामद किये गये।
मोबाईलों की कीमत लगभग 1 करोड़ रूपये तक
बरामद किए गए मोबाईलों की कीमत लगभग 1 करोड़ रूपये तक है। बरामद-शुदा मोबाईल बुजुर्ग, महिलाओं, मजदूरी करने वाले, खेती करने वाले, पढ़ने वाले विद्यार्थियों व सरकारी-प्राईवेट कर्मचारियों के थे, इन्हें इनको मोबाईल आज पुनः वापस दिलवाये जाने पर इनके चेहरे पर फिर से खुशी दिखाई दी। इसके बाद लोगों ने जयपुर पुलिस को धन्यवाद भी कहा। वहीं, पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) जयपुर द्वारा परिवादियों को मोबाईल लौटाए गए एवं साईबर अपराध, सोशल मीडिया से संबंधित अपराधों से बचाव एवं सतर्क रहने हेतु संदेश दिया गया।
करोड़ों के मोबाइल इस टीम ने तलाशे
मोबाईल बरामद करने में अहम भूमिका तकनीकी शाखा से रामसिंह, हैड कांस्टेबल लोकेश कुमार, जयपुर (दक्षिण) के थानों पर साईबर एवं तकनीकी कार्य देख रहे दिनेश कुमार, कांस्टेबल दामोदर, रविन्द्र, रघुनाथ, अजयपाल सहित कई पुलिसवाले शामिल थे।