कांग्रेस नेताओं की मानें पीसीसी मुख्यालय के लिए अस्पताल रोड के अगल-बगल के दो सरकारी बंगलों को चिन्हित कर लिया गया है और जल्द ही प्रदेश कांग्रेस के नाम इन सरकारी बंगलों का अलॉटमेंट भी कर दिया जाएगा। जिसके बाद पीसीसी के नए भवन का निर्माण का काम भी शुरू हो जाएगा।
डोटासरा के कार्यकाल में बनें नया भवन
दरअसल पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा चाहते हैं उनके कार्यकाल में प्रदेश कांग्रेस को नया भवन मिल जाए। साथ ही प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय के साथ-साथ जिलों में भी भाजपा की तर्ज पर जिला कांग्रेस और ब्लॉक कांग्रेस कार्यालय बनाए जाएं। अभी जयपुर सहित अधिकांश जिला कांग्रेस कार्यालय किराए के भवनों में चल रहे हैं।
गांधीनगर के बंगलों पर नहीं बनी बात
वहीं दूसरी ओर पीसीसी के नए भवन के लिए प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल सहित अन्य नेताओं ने गांधीनगर के सरकारी बंगलो को भी देखा था लेकिन गांधी नगर के सरकारी बंगलों को कांग्रेस मुख्यालय के उपयुक्त नहीं माना गया। साथ ही इनकी परकोटे से दूरी भी एक वजह रही।
भूमिगत पार्किंग के साथ मल्टी स्टोरी भवन
कांग्रेस गलियारों में चल रही चर्चा के मुताबिक प्रदेश कांग्रेस का नया भवन अत्याधुनिक तकनीक से बना होगा, साथ ही इसमें भूमिगत पार्किंग के साथ मल्टी स्टोरी भवन होगा। इसके अलावा आधुनिक चुनावी वॉर रूम, भव्य मीटिंग रूम , सभा भवन , आधुनिकतम प्रेस कांफ्रेंस रूम , विजीटर्स रूम , सोशल मीडिया के लिए अलग विंग, आधुनिक आईटी सेल के साथ-साथ इस भवन में कांग्रेस पार्टी के साथ-साथ विभाग प्रकोष्ठों और अग्रिम संगठनों के लिए भी कार्यालय बनाए जाएंगे।
वहीं बनीपार्क स्थित जयसिंह हाइवे पर बने अग्रिम संगठनों के मुख्यालय को जयपुर शहर कांग्रेस और जयपुर देहात कांग्रेस को दिया जाएगा। अभी जयपुर शहर और जयपुर देहात कांग्रेस कार्यालय परकोटे में किराए के भवनों में चल रहे हैं।
वर्तमान मुख्यालय की जगह बनेगा कॉमर्शियल कॉम्पलेक्स
पार्टी सूत्रों की माने तो चांदपोल स्थित वर्तमान कांग्रेस मुख्यालय के स्थान पर प्रदेश कांग्रेस अपने खर्चे से नया कॉमर्शियल कॉम्पलेक्स तैयार करवाएगी, और उसे व्यावसायिक गतिविधियों के लिए किराए पर देगी, कॉमर्शियल कॉम्पलेक्स से होने वाली आय प्रदेश कांग्रेस के खाते में जाएगी।
इसलिए पड़ी जरूरत
दरअसल प्रदेश कांग्रेस का मौजूदा मुख्यालय 60 साल पुराना है और कई जगह से भवन जर्जर अवस्था में भी है, ऐसें में भवन में उन सारी सुविधाओं का अभाव है कि जो एक आधुनिक और सुसज्जित भवनों में होनी चाहिए। साथ ही मुख्यालय चांदपोल पुलिस सामने स्थित एक संकरी गली में है। ये भवन व्यवस्थाओं के लिहाज से काफी छोटा है, मुख्यालय में बड़े आयोजन होने पर कार्यकर्ताओं को बैठने तो क्या पैर रखने की भी जगह नहीं मिलती, साथ ही यहां पार्किंग की समस्या के चलते हमेशा जाम की स्थिति भी बनी रहती है।
लंबे समय तक कांग्रेस का राज, फिर भी अच्छा भवन नहीं
प्रदेश में अधिकांश समय कांग्रेस पार्टी का राज है, बावजूद इसके प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय के लिए पार्टी कोई नया भवन तैयार नहीं करा पाई, इसे लेकर कांग्रेस गलियारों में चर्चा खूब है। हालांकि प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय के नए भवन की कवायद तत्कालीन अध्यक्ष डॉ चंद्रभान के समय 2012 में शुरू हुई थी, उस दौरान कई स्थानों पर पार्टी के लिए नया भवन देखे जाने के प्रयास किए गए थे। पूर्व अध्यक्ष सचिन पायलट के समय भी नए भवन को लेकर चर्चाओं का दौर शुरू हुआ था, लेकिन फिर उसके बाद ये मामला ठंडे बस्ते में चला गया।
एआईसीसी ने भी मांगा था पीसीसी की संपत्ति का ब्य़ौरा
इसी साल की शुरूआत में अखिल भारतीय कांग्रेस के कमेटी ने भी पीसीसी से जिला और ब्लॉक लेवल पर प्रदेश की संपत्तियों का रिकॉर्ड मांगा था, इसे लेकर पार्टी के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष पवन बंसल ने जयपुर आकर पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मुलाकात भी की थी।