सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा कि कांग्रेस राज में किसानों को 1400 रुपए बाजरा बेचना पड़ा था। लेकिन, बीजेपी राज में ऐसा नहीं होगा। राजस्थान में बाजरे की खरीद एमएसपी पर की जाएगी, इसके लिए
केंद्र सरकार को लेटर लिखा गया है। उन्होंने कहा कि हम तो अभी सत्ता में आए है और बाजरे की फसल भी हमारे राज में अब पहली बार आएगी। लेकिन, ये पूछ रहे है कि बाजरे की कितनी खरीद हुई। उन्होंने विपक्ष को नसीहत देते हुए कहा कि सवाल करते हो तो जवाब सुनने की भी क्षमता होनी चाहिए।
विपक्ष को सीएम ने दी ये नसीहत
सदन में सीएम भजनलाल ने कहा कि हमने आगामी बाजरे की फसल एमएसपी पर खरीदने के लिए केंद्र सरकार को लेटर लिखा है। लेकिन, बड़ा सवाल ये है कि गहलोत राज में पांच साल तक बाजरे की कितनी खरीद हुई? कांग्रेस पर हमला बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर आप किसी की तरफ एक उंगली करते हैं तो ध्यान रखे कि चार आपकी तरफ उठेंगी। पांच साल तक हरियाणा, गुजरात, मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश में किसानों को बाजरे का समर्थन मूल्य 2300 रुपए मिल रहा था। लेकिन, राजस्थान में किसान 1400 रुपए क्विंटल बाजरा बेचने को मजबूर थे। ऐसे में खुद ही सोचो कि अन्याय किसने किया? लेकिन, हमारी सरकार बाजरे पर किसानों को लाभ ही देगी। नियमों की अवहेलना पर भड़के स्पीकर देवनानी
विधानसभा में पिछले कई दिनों से हंगामा हो रहा है और आज भी काफी हंगामा हुआ। कांग्रेस विधायक वेल में आकर नारेबाजी करते है, इससे स्पीकर
वासुदेव देवनानी खफा है। सदन में बार-बार नियमों की अवहेलना होने पर अब स्पीकर वासुदेव देवनानी ने सख्त रुख अपनाते हुए कठोर कार्रवाई की चेतावनी दी है।
विधानसभा स्पीकर ने स्पष्ट किया है कि जो भी नियमों की अवहेलना करेगा चाहे कोई कितना भी पुराना और वरिष्ठ सदस्य क्यों न हो कार्रवाई के लिए तैयार रहे। उन्होंने कहा कि कुछ व्यवस्थाएं जो मैं दे रहा हूं, मुझे लगता है कुछ सदस्य इसको हल्के में ले रहे हैं, लेकिन यह अब नहीं चलेगा। सब लोग अपनी सीट पर बैठेंगे। कुछ सदस्य दूसरों की सीट पर बैठकर बातचीत करते हैं, कोई बीच में खड़ा हो रहा है, कोई बिना अनुमति के बोल रहा है। अब ये बर्दाश्त नहीं होगा।