दरअसल, स्कूल में शिक्षक और शिक्षिका का इश्क लड़ाने के मामले में अब शिक्षा मंत्री मदन दिलावर की प्रतिक्रिया सामने आई है। मदन दिलावर ने स्कूल के अंदर ऐसी हरकत करने वालों को चेतावनी देते हुए अच्छे आचरण का पालन करने को कहा है। शिक्षा मंत्री ने कहा कि विद्यालय में किसी तरह का अमर्यादित आचरण करने वाले शिक्षकों को बर्खास्त किया जाएगा।
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर का पत्र
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर का पत्र- प्रिय सभी, आपको सूचित किया जाता है कि विद्यालय क्षेत्र में किए गए अवैध कार्यों के संबंध में कड़े कदम उठाए गए हैं। इस संदर्भ में, शिक्षक अरविंदनाथ व्यास और शिक्षिका कांता पांडिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई है। दोनों के खिलाफ अनुशासनहीनता और अनैतिक गतिविधियों में लिप्त होने के कारण, राजस्थान राज्य सरकार ने इनके सेवा समाप्ति की कार्रवाई की है। राज्य सरकार शिक्षा के क्षेत्र में अनुशासन बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है और इस प्रकार के कृत्यों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस निर्णय से यह स्पष्ट है कि शिक्षा क्षेत्र में किसी भी प्रकार की अनियमितता को सख्ती से निपटा जाएगा और दोषी व्यक्तियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
हम सभी शिक्षकों से अनुरोध करते हैं कि वे अपनी जिम्मेदारियों को ईमानदारी से निभाएं और विद्यार्थियों के भविष्य को उज्जवल बनाने के लिए अपनी पूरी निष्ठा से कार्य करें। आपका विश्वास और सहयोग हमारी प्राथमिकता है।
छ: दिन पहले वीडियो हुए थे वायरल
बता दें, शिक्षक नेता अरविंद व्यास ने स्कूल में कार्यरत महिला के साथ अश्लील हरकत की थी। संस्था प्रधान कक्ष में लगे सीसी कैमरे में घटना कैद हुई। इसकी कई क्लिपिंग सोशल मीडिया पर वायरल हुई। इसमें शिक्षक नेता और महिला शिक्षक आपस में अश्लील हरकत करते हुए नजर आ रहे है। छ: दिन पूर्व वीडियो वायरल होने पर दोनों को निलंबित कर दिया था।
वीडियो वायरल होने के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा गया था। शिक्षा विभाग ने जांच कमेटी का गठन किया था। शिक्षक नेता व्यास से जवाब भी मांगा था। लेकिन शिक्षक नेता ने प्रतिउत्तर में जवाब नहीं दिया। चित्तौड़गढ़ जिला शिक्षा अधिकारी ने शिक्षक नेता व महिला शिक्षक को राज्य सेवा से बर्खास्त कर दिया है।