इससे पहले भाजपा कार्यकर्ता आज पूर्व निर्धारित ‘सचिवालय घेराव’ के लिए सिविल लाइंस स्थित पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में एकत्रित हुए। यहां हुई सभा को प्रदेश भाजपा के तमाम सीनियर नेताओं ने संबोधित किया। वक्ताओं ने अपने भाषण में गहलोत सरकार, सरकार की नीतियों और इस कार्यकाल के दौरान सामने आए भ्रष्टाचार के मामलों और बिगड़ी क़ानून व्यवस्था को लेकर जमकर निशाना साधा।
सभा के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में बड़ी संख्या में एकत्रित हुए कार्यकर्ताओं ने सचिवालय घेराव पैदल मार्च निकाला। इधर घेराव रोकने के लिए पुलिस ने पहले से ही अलग-अलग स्तर पर बैरिकेडिंग कर रखी थी। कार्यकर्ताओं ने बैरिकेडिंग तोड़कर जबरन आगे बढ़ने की कोशिश की। लेकिन पुलिस ने उन्हें ऐसा करने से रोक दिया।
इस बीच पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच आमना-सामना और झड़प हुई। पुलिस ने भी पहले हल्का बल प्रयोग कर कार्यकर्ताओं को रोकने का प्रयास किया। लेकिन जब वो नहीं माने तब वाटर कैनन की मदद ली गई। पानी की बौछार करके कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ने से रोका गया।
जानकारी के अनुसार इस प्रदर्शन के दौरान कुछ कार्यकर्ताओं और कुछ पुलिस के जवानों को चोटें आई हैं। प्रदर्शन में प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, सांसद डॉ किरोड़ी लाल मीणा सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। पूर्व सीएम वसुंधरा राजे झारखंड और उपनेता प्रतिपक्ष डॉ सतीश पूनिया यूपी प्रवास के कारण प्रदर्शन में शामिल नहीं हो सके।
भ्रष्टाचार छिपा रही सरकार : राठौड़
नेता प्रतिपक्ष राठौड़ ने कहा कि योजना भवन की एक अलमारी में 2.31 करोड़ की नकदी और सोना पाया जाता है, जिसके बाद सरकार ने अपने संस्थागत भ्रष्टाचार को छिपाने की कोशिश करते हुए महज एक अधिकारी को मोहरा बनाया। उच्च अधिकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। राठौड़ ने कहा कि भ्रष्टाचार में लिप्त प्रदेश सरकार की जब जांच होती है, तब मुख्यमंत्री गहलोत ईडी जैसी संवैधानिक एजेंसियों पर बेजा सवाल खडा करते हैं, जो दुर्भाग्यपूर्ण और शर्मनाक है।
पनप रहा संस्थागत भ्रष्टाचार: डॉ किरोड़ी मीणा
राज्यसभा सांसद किरोडी लाल मीणा ने सरकार पर भ्रष्टाचारी होने का आरोप लगाया और कहा कि भ्रष्टाचार से संबंधित दस्तावेज व सबूत ईडी के अधिकारियों को सौंप दिए हैं। सरकार के विभिन्न विभागों में संस्थागत भ्रष्टाचार पनप रहा है।