तय कार्यक्रम के अनुसार सबसे पहले कांग्रेस सांसद राहुल गांधी 23 सितम्बर को प्रदेश दौरे पर आएंगे। उसके ठीक एक दिन बाद, यानी 25 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दौरा लगेगा। दोनों ही नेता जयपुर में पार्टी संबंधी शामिल भी होंगे और जनसभा को संबोधित भी करेंगे।
राजधानी जयपुर होगा ‘हॉट स्पॉट’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी के बैक-टू-बैक कार्यक्रम राजधानी जयपुर में ही हैं। प्रधानमंत्री जहां 25 सितंबर को सांगानेर के दादीया ग्राम पंचायत क्षेत्र में परिवर्तन संकल्प महासभा को संबोधित करेंगे, तो वहीं राहुल गांधी प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नए कार्यालय के भूमि पूजन कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। ज़ाहिर है इन सभाओं में दोनों नेता एक-दूसरे की पार्टियों पर हमलावर रहेंगे।
‘परिवर्तन यात्रा’ का समापन करेंगे मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चार अलग-अलग दिशाओं से शुरू हुई ‘परि_वर्तन यात्राओं’ के मुख्य समापन समारोह को संबोधित करने जयपुर आएंगे।मौक़ा 25 सितंबर को जनसंघ के संस्थापक पंडित दीन दयाल उपाध्याय जयन्ती का भी है, इस कारण पार्टी इसे मेगा इवेंट बनाने पर फोकस कर रही है।
‘नमो वॉलंटियर’ संभालेंगे व्यवस्था प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जयपुर में प्रस्तावित जनसभा में व्यवस्थाएं संभालने का काम ‘नमो वॉलंटियर’ के पास रहेगा। पेयजल व्यवस्था, सुरक्षा व्यवस्था से लेकर वाहन पार्किंग व्यवस्था तक की ज़िम्मेदारी में इन वॉलेंटियर्स की तैनाती रहेगी।
पीएम मोदी: 11 महीने, 8 दौरे
– 30 सितंबर 2022 – आबू रोड, सिरोही
– 1 नवंबर 2022 – मानगढ़ धाम, बांसवाड़ा
– 8 जनवरी 2023 – भीलवाड़ा
– 12 फरवरी 2023 – दौसा
– 10 मई 2023 – नाथद्वारा और आबू रोड
– 31 मई 2023 – अजमेर
– 8 जुलाई 2023 – बीकानेर
– 27 जुलाई 2023 – सीकर
कार्यकर्ताओं में जान फूकेंगे राहुल
कांग्रेस नेता राहुल गांधी राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के जयपुर में बनने जा रहे नए भवन का शिलान्यास करने 23 सितंबर को आएंगे। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे भी साथ साथ होंगे। इस मौके पर ही बूथ सम्मेलन भी रखा जा रहा है जिसमें राहुल बूथ से लेकर प्रदेश स्तर के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे। सभा में ज़्यादा से ज़्यादा कार्यकर्ताओं को एकजुट करने के लिए सीनियर नेताओं को टारगेट दिए जा रहे हैं।
सियासी फ़ायदा लेने की दिखेगी होड
पीएम मोदी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ऐसे वक्त पर प्रदेश दौरे पर आ रहे हैं जब यहां पहले से ही चुनावी हलचलें परवान पर हैं। चुनाव नज़दीक हैं ऐसे में दोनों नेता अपनी पार्टी की सरकारों के गुणगान करके लोगों के बीच पैठ बनाने की कोशिश में रहेंगे।