गौरतलब है कि आनंदपाल के एनकाउंटर के बाद जेल में बंद आनंदपाल के भाई रूपीन्द्र पाल ने अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल में एसओजी टीम पर हमला कर दिया था। इसके अलावा पेशी पर आते-जाते समय भी आंनदपाल के भाईयों ने एसओजी टीम को जान से मारने की धमकियां दी। ऐसे में पुलिस मुख्यालय ने इंटेलीजेंस से भी जांच करवाई तो पता चला कि आंनदपाल के खात्मे के बाद भी फरार चल रहे उसके गुर्गे एनकाउंटर करने वाली टीम पर हमला कर सकते है। इस लिए पुलिस मुख्यालय ने एसओजी टीम की सुरक्षा की मांग करते हुए गृह विभाग को पत्र लिखा था। गृह विभाग ने प्रस्ताव का परीक्षण करवाने के बाद एनकाउंटर में शामिल सभी अधिकारियों को दो-दो पीएसओ मुहैया करवाने के निर्देश दिए थे।