संकट के चलते किसानों को फसलों की सिंचाई के लिए दिन के बजाय रात को बिजली दी जाएगी। दरअसल, अगस्त में मानसून धीमा पडऩे से राज्य में बिजली संकट गहरा गया है। तापमान बढऩे से बिजली की मांग बढ़ गई है। बिजली विभाग की ओर से लोड मैनेजमेंट किया जा रहा है और शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक बिजली कटौती की जा रही है।
आधे जयपुर शहर में ब्लैकआउट, राजधानी सहित सीकर, झुंझुनूं के कई इलाकों बिजली सप्लाई ठप
वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि राज्य में बिजली की औसत खपत प्रतिदिन 3400 लाख यूनिट से अधिक हो गई है। बिजली की अधिकतम मांग 17 हजार मेगावाट के करीब पहुंच गई है। इस बार बारिश नहीं होने से बिजली की मांग और बढ़ गई है।
मांग और आपूर्ति में तालमेल बनाए रखने के लिए मांग अधिक और आपूर्ति कम होने के कारण बिजली कटौती की जा रही है। पर्याप्त बिजली नहीं मिलने के कारण अलग-अलग इलाकों में जरूरत के मुताबिक एक से डेढ़ घंटे की कटौती की जा रही है।