अजमेर शरीफ राजस्थान के अजमेर जिले में स्थित ख़्वाजा मोइनुद्दीन चिस्ती की दरगाह अजमेर शरीफ ना सिर्फ भारत बल्कि विदेशो में भी प्रसिद्ध हैं । इस दरगाह पर रोज हज़ारो की तादात में लोग जियारत करने आते हैं। न सिर्फ मुस्लिम बल्कि हिन्दू भी यह आकर खुदा की इबादत में सर झुकाते हैं। यहां बड़े-बड़े नेता से लेकर राजनेता जियारत करने पहुंचते हैं।
उखा मस्जिद इस मस्जिद को उखा मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। यह भरतपुर जिले के बयाना में स्थित हैं। उखा मस्जिद उस समय में बनाई गई सबसे बड़ी प्रभावशाली बिल्डिंग थी यह मस्जिद 124 फ़ीट लम्बी और 74 फ़ीट चौड़ी है।
नबी कदी हामिद अल-दीन मस्जिद यह मस्जिद पाली के खराड़ी में स्थित हैं। इस मस्जिद का निर्माण सुल्तान अल-तारिकिन ने इसे 13th सदी में कराया था। इस मस्जिद को काफी सुन्दर तरीके से बनाया गया हैं साथ ही इसकी इसकी बनावट खिलजी के शासनकाल से मिलती-जुलती हैं।
शेख सुहरावर्दी मस्जिद के खानकाह नागौर में स्थित इस मस्जिद का निर्माण शकर बतानी के बेटे मियान ख्वाजा ने 1552 ईस्वी में कराया था। इस मस्जिद की दीवारों पर शेख सुलेमान की ज़िन्दगी के बारे में कुछ कहानियां खुदी हुई हैं।
खलजी मस्जिद फिरोज शाह तुगलक ने खलजी मस्जिद का निर्माण 1378 ईस्वी में कराया गया था। बाई तिलोकडी का मस्जिद कलावंत यह मस्जिद अजमेर के दरगाह बाजार में स्थित हैं । इस मस्जिद का निर्माण मियान तानसेन की बेटी बाई तिलोकडी कलावंत ने 1652 ईस्वी में करवाया था।