राजस्थान सहित देशभर में 200 जिलों के 46 हजार से अधिक गांवों के 50 लाख से अधिक संपत्ति मालिकों को संपत्ति कार्ड प्रदान किए जाएंगे। लक्षित गांवों में से 92 प्रतिशत में ड्रोन सर्वेक्षण पूरा हो गया है और लगभग 2.2 करोड़ संपत्ति कार्ड तैयार हो गए हैं।
ये लाभ होगा संपत्ति कार्ड से
संपत्ति कार्ड बनने से ग्रामीण परिवारों को संस्थागत ऋण मिल सकेगा। संपत्ति के कानूनी स्वामित्व से महिलाओं को बढ़ी हुई वित्तीय और सामाजिक सुरक्षा मिलेगी। सटीक संपत्ति मानचित्रण से संपत्ति विवादों में कमी आएगी। क्या है संपत्ति कार्ड
संपत्ति कार्ड के रूप में ग्रामीण परिवारों को परंपरागत कब्जे वाली भूमि का पट्टा दिया जाएगा। 24 अप्रेल 2020 को शुरू की गई स्वामित्व योजना का उद्देश्य ड्रोन और जीआइएस तकनीक का उपयोग करके ग्रामीण आबादी क्षेत्रों में संपत्ति मालिकों को अधिकारों का रिकॉर्ड प्रदान करना है।