कालवी ने कहा कि 25 जनवरी आएगी, लेकिन फिल्म पद्मावती दिखाई नहीं जा सकेगी। कुछ लोग साजिश के तहत कह रहे हैं कि करणी सेना के सदस्यों को फिल्म दिखा दी है। जबकि यह कोरा झूठ और साजिश है। गलतफहमी फैलाने की कोशिश की जा रही है। करणी सेना तो दूर किसी राजपूत ने अब तक फिल्म नहीं देखी है।
गुरुवार को सिनेमाघरों में जनता कफ्र्यू लगाया जाएगा। वहीं प्रदेश में फिल्म प्रदर्शित नहीं होने के बावजूद हिंसा के सवाल पर कालवी ने कहा कि यहां फिल्म डिस्ट्रीब्यूटर से हमारी निजी तौर पर बात हुई है, लेकिन अधिकृत तौर पर फिल्म प्रदर्शन नहीं करने का वादा नहीं मिला है। जबकि जोधा अकबर के समय हमें लिखित आश्वासन दिया था। इससे आक्रोशित होकर प्रदेश में युवा प्रदर्शन कर रहे हैं।
उन्होंने देश में हो रही हिंसा के सवाल पर कहा कि जनता के मन की आग सड़कों पर दिखाई दे रही है। इसका मैं समर्थक नहीं हूं, लेकिन यह आग लगाने का संजय लीला भंसाली है। मैं तो सभी को सन्मति देने की कामना कर रहा हूं।
इससे पहले भंसाली ने फिल्म बाजीराव मस्तानी और रामलीला से लोगों के मन में आग लगाई थी। यह वजह है कि गुजरात में उस समय दर्जनों मुकदमें हुए हैं। कालवी ने दावा किया कि करीब आठ दिन पहले तक फिल्म में एक दृश्य होने की जानकारी है, जिसमें खिलजी हमाम में लेटा नजर आता है और सपने में जिस महिला को उसके पास से हटता दिखाया जा रहा है वो
दीपिका पादुकोण की डुपलीकेट है।
ऐसे में देश में यह फिल्म नहीं लगनी चाहिए। आंदोलन के नेतृत्व के सवाल पर कालवी ने कहा कि अब करणी सेना और राजपूत समाज इसका नेतृत्व नहीं कर रहा है। बल्कि सभी धर्म और 36 कौम के हाथ आंदोलन है। आंदोलन समाप्त करने के सवाल पर कालवी ने कहा कि सिर्फ फिल्म को प्रदर्शन को रोककर ही ऐसा किया जा सकता है। इसके लिए फिल्म को किसी डिब्बे में डाल देना चाहिए।
गिरफ्तारी होगी और गोलियां भी चलेंगी
कालवी ने आशंका जताई कि गुरुवार तक उनकी गिरफ्तारी हो सकती है और गोलियां भी चल सकती है। देशभर में गिरफ्तारियां की जा रही है। आज तक करीब 300 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। देश के हालात को लेकर माफी मांगने के सवाल पर कालवी ने कहा कि माफी तो वे मांगेंगे, लेकिन मां पद्मावती से।