अलग-अलग सभ्यता और संस्कृतियों को जानने का मौका मिला
हर महीने शहर से दो हजार से अधिक युवा इस साहसिक व भक्ति के ट्रिप का आनंद उठा रहे हैं। अलग-अलग सभ्यता और संस्कृतियों को जानने का मौका मिला राइडर यश शर्मा ने बताया कि उन्होंने जयपुर से ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग, सेलम ज्योर्तिलिंग, तिरूपति, रामेश्वरम, कन्याकुमारी, केरल स्थित पदमनाभ मंदिर, कोयम्बटूर की यात्रा की। दस दिन में कुल चार हजार किलोमीटर की दूरी तय की। बाइक राइडिंग में पर्यावरण संरक्षण, बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ का संदेश दिया। युवा प्रमोद शर्मा ने बताया कि पहले वे हिल स्टेशनों पर जाते थे, लेकिन अब धार्मिक स्थलों पर जाकर शांति मिलती है। यह एक अलग तरह का रोमांच है।
अब तक काठमांडू में पशुपतिनाथ मंदिर चित्रवन, पोखरा, भूटान में थिंपू, पारू सहित अन्य स्थलों की यात्रा की है। इसके अलावा महाकाल मंदिर की यात्रा भी बाइक से की है। एक बैंक के मैनेजर सुरेंद्र रोछिया ने बताया कि, उन्होंने हाल ही नाथुला दर्रा और देहरादून की यात्रा पूरी की है। वहां ध्यान के साथ ही धार्मिक अनुष्ठानों में समय बिताया।
यह जगह पसंदीदा
■लद्दाख
■काठमांडू
■भूटान
■मथुरा
■वृंदावन
■उज्जैन
■नाथद्वारा
■खाटूश्यामजी
■ सालासर व मेंहदीपुर बालाजी
■पुष्कर माउंटआबू
■करणी माता बीकानेर
■वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग
रील्स कर रहे साझा
रील्स कर रहे साझा इंस्टाग्राम और फेसबुक पर धार्मिकयात्रा, बाइकटूर और आध्यात्मिकयात्रा जैसे हैश टैग के साथ रील्स साझा की जा रही हैं। एक आइटी कंपनी के प्रोजेक्ट हेड विशाल रॉय ने बताया कि बाइक एडवेंचर ट्रेवल के साथ देश के विभिन्न हिस्सों में रहने वालों की संस्कृति को समझना उनका उद्देश्य है।
उन्होंने बताया कि ट्रिप के दौरान किसी राज्य की यातायात व्यवस्था अच्छी लगी तो कहीं का इंफ्रास्ट्रक्चर पसंद आया। कभी एक दिन में 200 से 250 किलोमीटर बाइक चलाई है, तो कभी कम भी। बाइक में अपने साथ सेफ्टी किट, दवाइयां, पानी और खाने का सामान साथ रखा।