1-क्या अभी और भी बनाए जाएंगे मंत्री
बिल्कुल, अब भी राजस्थान में पांच और मंत्री बनाए जा सकते हैं। राजस्थान में कुल 30 मंत्री बन सकते हैं। पिछले15 दिसम्बर को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा व दिया कुमारी व प्रेमचंद बैरवा को डिप्टी सीएम बनाया गया था। इसके बाद 30 दिसम्बर को 22 मंत्री बनाए गए हैं। इस तरह राजस्थान में अब तक कुल 25 मंत्री बन चुके हैं। भविष्य में जब भी मंत्रिमण्डल का विस्तार होगा, तब पांच और विधायकों को मंत्री बनाया जा सकेगा।
2-इस बार कितनी महिलाएं बनीं हैं मंत्री
इस बार मात्र दो महिला विधायकों को ही मंत्रीपद मिला है। इसमें दिया कुमारी उपमुख्यमंत्री हैं तो नागौर जिले की जायल विधानसभा से मंजू बाघमार को मंत्री बनाया गया है। इस बार भाजपा की नौ महिला विधायक बनी हैं।
3-क्या सभी सांसद से विधायक बने को मिला है मंत्री बनने का मौका
नहीं, भाजपा ने विधानसभा चुनाव में कुल सात सांसदों को मैदान में उतारा था। इनमें तीन हार गए और चार जीत गए थे। इन चार जीते हुए में से तीन को मंत्री बनाया गया है। इनमें दिया कुमारी, राज्यवर्धन सिंह राठौड़ व किरोड़ीलाल मीणा शामिल है। अलवर के पूर्व सांसद बाबा बालकनाथ को मंत्रिमण्डल में शामिल नहीं किया गया है। ऐसे में यह भी चर्चा चल पड़ी है कि क्या बाबा बालकनाथ को अलवर सीट से दुबारा लोकसभा का चुनाव लड़ाया जा सकता है। इधर राज्यवर्धन सिंह राठौड़ व दिया कुमारी को मंत्रिमण्डल में शामिल करने से राजसमंद व जयपुर ग्रामीण से भाजपा को लोकसभा चुनाव में नए चेहरे तलाशने होंगे।
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4-इस बार नए विधायक कितने हैं जिन्हें मंत्री बनाया है
जैसा की पहले से उम्मीद लगाई इस बार नए बने विधायकों को भी मंत्रिमण्डल में शामिल किया जा सकता है। ऐसा हुआ भी है। भजनलाल शर्मा पहली बार ही विधायक बने थे और उन्हें सीएम बनाया गया है। इनके अलावा चार विधायक ऐसे भी हैं,जो पहली बार जीते हैं। इन्हें मंत्री पद से नवाजा है। इनमें झोटावाड़ा से राज्यवर्धन सिंह राठौड़, प्रतापगढ़ से हेमंत मीणा, नगर से जवाहर सिंह बेडम, गुढामलानी से के के विश्नोई शामिल हैं।
5-कितने पूर्व मंत्रियों को फिर से मिला है मौका?
किरोड़ीलाल मीणा,गजेन्द्र सिंह खींवसर, मदन दिलावर, ओटाराम देवासी, सुरेन्द्र पाल सिंह टीटी को मौका मिला है।
6-जयपुर जिले से अब कुल कितने हो गए मंत्री ?
अब तक मंत्रिमण्डल की बात करें तो सबसे ज्यादा मंत्री जयपुर जिले से मिले हैं। यहां से विधानसभा की 19 सीटें हैं। इनमें से 12 पर भाजपा ने कब्जा किया था। जयपुर जिले से चार मंत्री बन चुके हैं। इनमें सांगानेर सीट से जीते भजनलाल शर्मा को मुख्यमंत्री पद से नवाजा गया है। बाकी शेष तीन में झोटवाड़ा से राज्यवर्धन सिंह राठौड़, विद्याधर नगर से दिया कुमारी व दूदू के प्रेमचंद बैरवा को मंत्री बनाया गया है।
7-किस जिले से कितने बने हैं मंत्री?
-जयपुर-4
-जोधपुर-2
-पाली-2
कोटा-2
नागौर-2
अजमेर-1
प्रतापगढ़-1
उदयपुर-1
सवाईमाधोपुर-1
भरतपुर-1
बाड़मेर-1
सिरोही-1
श्रीगंगानगर-1
सीकर-1
चित्तौड़-1
टोंक-1
बीकानेर-1
अलवर-1
8-अब एक ही सवाल किस मंत्री को कौनसा मिलेगा मंत्रालय?
नया मंत्रिमण्डल का गठन हो गया है। अब एक ही सवाल है कि इन मंत्रियों को कौन-कौनसे मंत्रालय मिलेंगे।
9-क्या किसी प्रत्याशी को भी बनाया है मंत्री
शायद ही यह इतिहास में पहली बार ही होगा की किसी प्रत्याशी को चुनाव के दौरान के दौरान ही मंत्री बनाया गया है। राजस्थान में इस बार 199 सीटों पर चुनाव हुए थे। नामांकन दाखिल करने के बाद श्री गंगानगर जिले की करणपुर सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी का निधन हो गया था। इस कारण यहां चुनाव स्थगित हो गए हैं। अब यहां पर पांच जनवरी को चुनाव है। भाजपा ने इस चुनाव में सुरेंद्रपाल सिंह टीटी को प्रत्याशी बनाया है। शनिवार को हुए मंत्रिमण्डल गठन में टीटी को भी मंत्री बनाया गया है। यह सबसे ज्यादा चर्चा का विषय बना हुआ है।
10-क्या लोकसभा चुनाव साधा गया है?
नए मंत्रिमण्डल में करीब-करीब आधा राजस्थान का प्रतिनिधित्व हुआ है। करीब 16 जिलों से मंत्री बनाए गए हैं। इनमें सर्वाधिक राजधानी से चार है, बाकी जोधपुर, पाली, नागौर और कोटा से दो-दो मंत्री बनाए गए हैं। इसमें क्षेत्रवाद के साथ-साथ अधिकांश जातियों को साधा गया है।