बता दें कि हाल ही संपन्न हुए
राजस्थान लोकसभा चुनाव में मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने पूर्वी राजस्थान की 7 सीटों पर जीत का दावा किया था। उन्होंने कहा था कि पीएम मोदी ने मुझे जिम्मेदारी दी है। अगर ये सीट हार जाते है तो मैं मंत्री पद से इस्तीफा दे दूंगा। हालांकि उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा कि ‘प्राण जाए पर वचन ना जाए’। जिसके बाद वे ना ही विभाग जा रहे है और ना ही सरकारी गाड़ी का उपयोग ले रहे है। साथ ही शनिवार को प्रदेश भाजपा की चुनावी फीड़बैक को लेकर हुई बैठक में भी मौजूद नहीं रहे।
इस्तीफे को लेकर साधी चुप्पी
माउंट आबू पहुंचे मंत्री किरोड़ी लाल मीणा इस्तीफा देने के सवाल पर चुप्पी साध गए। मीडिया ने मंत्री से सवाल किया कि आपने इस्तीफे की बात कही थी, उस बारे में क्या कहना है, इस पर मंत्री ने मुंह पर अंगुली रख ली और कोई जवाब नहीं दिया। इधर, कृषि मंत्री ने ब्रह्माकुमारी संस्थान के मुख्यालय शांतिवन पहुंचकर मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी रतनमोहिनी से मुलाकात कर आशीर्वाद लिया। मंत्री ने कहा कि ब्रह्माकुमारी संस्थान सराहनीय सेवा कर रहा है।