एसएमएस के अधीक्षक डॉ अचल शर्मा ने बताया कि धौलपुर के रहने वाली मरीज सानिया (परिवर्तित नाम) के दाएं ब्रेस्ट में करीब 6 महीने से बड़ी गांठ थी। इसकी वजह से मरीज की छाती और दाएं कंधे में अत्याधिक दर्द रहता था। इसके लिए उन्होंने आगरा, ग्वालियर, भरतपुर समेत कई जिलों के हॉस्पिटल में दिखाया। इतनी बड़ी गांठ को निकालने से सबने मना कर दिया। आखिर में एसएमएस आने की सलाह दी।
मरीज ने पिछले सप्ताह ओपीडी में जनरल सर्जरी डिपार्टमेंट को दिखाया। वहां मौजूद डॉक्टरों ने जांच करवाने के बाद युवती को सर्जरी यूनिट 3 में भर्ती किया। जहां युवती की सर्जरी करने का निर्णय किया। एसएमएस सर्जरी डिपार्टमेंट के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. राजेंद्र बुगालिया ने बताया कि युवती अविवाहित है। उसके भविष्य को देखते हुए हमे ऑपरेशन करके उसे फिर से सामान्य रूप में लाना चुनौती था। इसे देखते हुए हमने प्लास्टिक सर्जरी डिपार्टमेंट के डॉक्टरों से भी परामर्श लिया। ऑपरेशन किया, जो करीब ढाई घंटे चला। बुगालिया ने बताया कि 25 बाई 20 बाई 15 सेमी. की गांठ निकालने के लिए करीब 15 सेमी. लम्बाई में चीरा लगाना पड़ा। करीब 15 से ज्यादा टांके लगाने पड़े। डॉक्टर बुगालिया ने बताया कि युवती अब पूरी तरह स्वस्थ्य है।
ऑपरेशन डॉ प्रभा ओम के निर्देशन में डॉ. राजेंद्र बुगालिया, डॉ. बी.एल. यादव, डॉ. प्रवीण जोशी, प्लास्टिक सर्जन डॉ अमित शर्मा की टीम ने किया। रेजिडेंट डॉ. दर्शन, डॉ. संदीप, डॉ. जगदीश, एनिस्थिसिया डिपार्टमेंट विभाग से डॉ. सुनील चौहान, डॉ. इंदु वर्मा, डॉ रजनीश सिंघल और नर्सिंग स्टाफ जया चन्दानी का भी सहयोग रहा।