हाईड्रोजन के परिवहन के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर भी बनेगा
पानी से ग्रीन हाईड्रोजन बनाने के लिए बड़े स्तर पर इलेक्ट्रोलाइज, कंप्रेसर की जरूरत होगी। बड़े स्तर पर उत्पादन होगा और युवाओं के लिए स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। वहीं ग्रीन हाईड्रोजन के परिवहन के लिए भी इंफ्रास्ट्रक्चर भी बनेगा और इससे भी अतिरिक्त रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे।यूजीसी ने किया बड़ा बदलाव, शोधार्थियों पर सख्ती शुरू, निर्देश जारी
2800 किलो टन उत्पादन के प्रोजेक्ट पंजीकृत
सरकार की ग्रीन हाईड्रोजन नीति में 2030 तक 2 हजार किलो टन ग्रीन हाईड्रोजन उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है। जबकि शुरूआत में ही 2800 किलोटन ग्रीन हाईड्रोजन उत्पादन के लिए 6 प्रोजेक्ट रजिस्टर्ड हो चुके हैं। वहीं जल्द ही इतने ही प्रोजेक्ट रजिस्ट्रेशन की कतार में हैं।जयपुर में अवैध ई-रिक्शा होंगे बंद, जल्द लागू होगी क्यूआर कोड व्यवस्था
फोकस एरिया घोषित हो राज्य
सरकार ने ग्रीन एनर्जी के उत्पादन को लेकर विशेष फोकस किया और अब राजस्थान देश में नंबर वन है। वहीं ग्रीन हाईड्रोजन उत्पादन के क्षेत्र में भी राजस्थान को फोकस एरिया घोषित कर सरकार काम करे तो सभी प्रोजेक्ट जल्द धरातल पर उतरेंगे।सुनील बंसल, अध्यक्ष, राजस्थान सोलर