पार्टी सूत्रों के मुताबिक दो दिन पहले केन्द्रीय मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावडेकर ने इशारा किया था कि दो दिन में प्रत्याशियों की घोषणा कर दी जाएगी, लेकिन दो दिन निकल गए। प्रत्याशी घोषित नहीं हो सके। पहले चरण की तेरह लोकसभा सीटों में से बाडमेर और राजसमंद पर भाजपा प्रत्याशी घोषित नहीं कर सकी है। इसी तरह दूसरे चरण की चार सीटें दौसा, भरतपुर, धौलपुर—करौली और नागौर सीटों पर भाजपा प्रत्याशी घोषित नहीं कर सकी है। कांग्रेस सभी 25 सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर चुकी है। ऐसे में भाजपा पर अब जल्द ही सूची जारी करने का मनोवैज्ञानिक दबाव भी है। प्रदेश इकाई भी चाहती है कि जल्द से जल्द नामों की घोषणा हो जाए, जिससे भाजपा का प्रत्याशी कांग्रेस के प्रत्याशी के मुकाबले प्रचार में ना पिछडे।
विवाद सुलझाने में लगे रहे
पार्टी के बडे नेता मंगलवार को भी इन छह सीटों पर विवाद सुलझाने में लगे रहे। पार्टी सूत्रों के मुताबिक दौसा के कुछ नेताओं से भी बडे नेताओं ने मुलाकात की है। इसी तरह अजमेर की एक पूर्व विधायक के पति के बागी चुनाव लडने की धमकी पर भी पार्टी ने नजर बना रखी है। इन सब विरोध को देखते हुए पार्टी एक-एक कदम सोच समझकर उठा रही है।
पहले दिन एक भी नहीं भरा गया नामांकन लोकसभा चुनाव को लेकर राज्य में पहले चरण की 13 सीटों के लिए मंगलवार को नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गई। पहले दिन किसी भी सीट के लिए नामांकन दाखिल नहीं हुआ। नामांकन 9 अप्रेल तक दाखिल किए जा सकेंगे। पहले चरण में राज्य की टोंक-सवाई माधोपुर, अजमेर, पाली, जोधपुर, बाड़मेर, जालौर, उदयपुर, बांसवाड़ा, चित्तौडग़ढ़, राजसमंद, भीलवाड़ा, कोटा, झालावाड़-बारां लोकसभा सीटों पर मतदान 29 अप्रेल को होगा।