गौरतलब है कि लोकेश शर्मा ने बीते दिनों पटियाला हाउस कोर्ट में आवेदन देकर फोन टैपिंग मामले में खुद के सरकारी गवाह बनाने की अपील की है। उनका कहना है कि वो सच्चाई को सबूतों के साथ अदालत और जनता के सामने लाने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। उन्होंने ये भी कहा है कि फोन टैपिंग मामले में उनकी कोई भूमिका नहीं थी, लेकिन तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश पर उन्होंने मीडिया में ऑडियो क्लिप्स प्रसारित करने को दिए थे।
सच लाने की कीमत पर खतरे की आशंका
शर्मा ने यह भी बताया कि सच्चाई उजागर करने के बाद से उन्हें धमकियां मिल रही हैं। उन्होंने कहा, “मैंने अदालत में अपील कर दी है और सच्चाई सबके सामने लाने के लिए तैयार हूं, लेकिन मुझे अपनी जान का खतरा महसूस हो रहा है। मेरे परिवार को भी खतरा है।” उन्होंने सरकार और जांच एजेंसियों से अपनी सुरक्षा की मांग की है।