नेता विपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि बाबा साहेब अंबेडकर जी का अपमान, नहीं सहेगा हिन्दुस्तान…बाबा साहब अम्बेडकर जी देश के करोड़ों गरीब, मजदूर, महिला और दलितों की आवाज हैं, वे हमारे दिल में समाये हैं और हम हजार बार बाबा साहब अंबेडकर जी का नाम लेंगे।
मणिपुर हिंसा पर क्या बोले जूली?
मणीपुर पर बोलते हुए टीकाराम जूली ने कहा कि यह सरकार झूठ और लूट पर चल रही है। डबल इंजन की सरकार का बखान करने वालों को यह भी तो जानकारी होगी कि मणिपुर भी देश का हिस्सा है, वहां पिछले डेढ़ वर्ष से हाहाकार मचा हुआ है, महिलाओं और बच्चियों को निर्वस्त्र करके उन पर अत्याचार किये जा रहे हैं, लेकिन देश के प्रधानमंत्री और गृहमंत्री को वहां जाने का समय तक नहीं मिला। वहां भी तो डबल इंजन की सरकार है। देश के प्रधानमंत्री सार्वजनिक मंच से झूठ बोलें, इससे बड़ी शर्म की बात और क्या हो सकती है। मोदी जी ने ईआरसीपी को अटकाने का आरोप कांग्रेस सरकार पर लगाया, जबकि उन्हें पता होना चाहिए नवनेरा और ईसरदा बांधों का निर्माण तो कांग्रेस सरकार में ही हो गया था और कांग्रेस सरकार ने इस योजना को आगे बढाते हुए ईआरसीपी के लिये 10 हजार करोड आवंटित कर इसे आगे बढाने का काम किया है।
नर्मदा के पानी का उठाया मुद्दा
टीकाराम जूली ने कहा कि सीकर और झुंझुनूं के लोग भी बता दें कि नर्मदा का पानी आपके यहां आया क्या? बडे लज्जा की बात है कि देश के प्रधानमंत्री तक को सही जानकारी नहीं है कि नर्मदा का पानी कहां तक पहुंचा है। जब उन्हें ही यह पता नहीं है तो मुख्यमंत्री जी को क्या पता होगा कि एमओयू में क्या था। अब तो एमओयू को बदलकर एमओए कर दिया गया है। यह डबल इंजन की सरकार जनता से क्या छिपा रही है, इसका खुलासा किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि हम आने वाले विधानसभा सत्र में सरकार से इसका जवाब भी पूछेंगे। राज्य सरकार के एक वर्ष के कार्यकाल के जश्न पर आयोजित कार्यक्रम में सरकारी मशीनरी का जमकर दुरूपयोग हुआ। सरकार को मालूम था कि प्रदेश की जनता इस दिखावटी आयोजन से दूर ही रहेगी, तभी सरकार ने निजी स्कूलों की छुट्टी करवाकर, महिलाओं और स्कूली बच्चों को सरकारी वाहनों में भरकर सभास्थल पर पहुंचाया। यहां तक की मुख्यमंत्री जी के गृह जिले भरतपुर से तो नरेगा मजदूरों को भी गाडियों में भरकर मोदी जी से मिलाने के नाम पर भीड़ का हिस्सा बनाया।
शाह ने दिया था ये बयान
गौरतलब है कि मंगलवार को लोकसभा में बहस के दौरान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने विपक्षी दलों के नेताओं को संविधान को लेकर घेरा था। कहा था कि आंबेडकर नाम फैशन हो गया है। संविधान को हाथ में लेकर घूमते हैं, लेकिन संविधान के बारे में कुछ भी नहीं पता है। इसके बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी, सोनिया गांधी और विपक्ष के नेता बाबा साहेब अंबेडकर की तस्वीर लेकर लोकसभा के बाहर प्रदर्शन किया था।