रात को फटकार, दिन में खुलासा
मामला तब शुरू हुआ जब किरोड़ी मीणा ने मंगलवार देर रात कविता शर्मा को कड़ी फटकार लगाई। उन्होंने शर्मा पर कार्यशैली और पुलिसिंग को लेकर सवाल उठाए। इसके बाद बुधवार को दिन में मीणा ने एक बड़ा खुलासा किया। उन्होंने कहा कि कविता शर्मा एसएचओ बनने के लिए फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया है। इस मामले की जांच की जानी चाहिए।
पुलिस महकमे में हडक़ंप
मीणा के इस बयान ने पुलिस विभाग को सकते में डाल दिया है। महेश नगर थाने की एसएचओ कविता शर्मा का नाम अचानक सुर्खियों में आ गया है। उनके पद को लेकर उठे सवाल अब पुलिस विभाग की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े कर रहे हैं। किरोड़ी मीणा का कहना है कि सरकार और प्रशासन को इस मुद्दे पर तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए और मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
राजनीतिक बहस का केंद्र
यह मामला केवल प्रशासनिक मुद्दा नहीं रह गया है, बल्कि अब यह सियासी बहस का भी केंद्र बन गया है। विपक्ष ने इस मुद्दे को हाथों-हाथ लिया है और सरकार पर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं। विपक्ष का कहना है कि राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन भ्रष्टाचार को रोकने में पूरी तरह विफल रहा है।
सरकार का रुख
इस मामले पर राज्य सरकार की ओर से अब तक कोई औपचारिक बयान नहीं आया है। हालांकि, प्रशासनिक हलकों में चर्चा है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए इसे नजरअंदाज करना मुश्किल होगा। आगे क्या?
अब सबकी नजर इस बात पर है कि सरकार और पुलिस विभाग इस मुद्दे पर क्या रुख अपनाते हैं। क्या कविता शर्मा के खिलाफ जांच शुरू होगी, या फिर यह मामला केवल राजनीतिक बयानबाजी तक ही सीमित रहेगा?
देखते हैं आगे क्या आते हैं नए मोड़
किरोड़ी मीणा द्वारा लगाए गए ये आरोप न केवल पुलिस महकमे की साख पर सवाल खड़ा करते हैं, बल्कि यह भी दिखाते हैं कि राज्य की राजनीति में हर दिन नए मुद्दे उभर रहे हैं। जयपुर की जनता इस मामले पर सरकार की प्रतिक्रिया का इंतजार कर रही है। यह देखना दिलचस्प होगा कि इस मामले में आने वाले दिनों में कौन-कौन से नए मोड़ आते हैं।