दोषी व्यक्ति से लागत वसूली जाएगी
पुलिस के अनुसार, जब कोई व्यक्ति पानी की टंकी पर चढ़ता है, तो उसे उतारने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल लगाया जाता है, जिसके कारण पुलिस प्रशासन का समय और संसाधन खर्च होता है। अब, पुलिस प्रशासन ने यह निर्णय लिया है कि ऐसे मामलों में दोषी व्यक्ति से लागत वसूली जाएगी। पुलिस प्रशासन ने उन घटनाओं का आकलन करना शुरू कर दिया है, जिनमें पुलिसकर्मियों की तैनाती होती है। इसके बाद, संबंधित व्यक्तियों को नोटिस भेजा जाएगा। पीएचईडी की ओर से दर्ज कराया मामला
इधर, एसआइ भर्ती रद्द करने की मांग को लेकर हाल ही हिम्मत नगर इलाके में पानी की टंकी पर चढ़े युवकों के खिलाफ पीएचईडी की एईएन सपना ने सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का मामला दर्ज कराया है।
जयपुर पुलिस कमिश्नर की चेतावनी
जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने कहा कि पानी की टंकी या टावर पर चढ़ने से पहले लोग सोचें, ऐसे कार्य न केवल जान-माल के खतरे को बढ़ाते हैं, बल्कि संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाते हैं। कार्रवाई के दौरान जितना पुलिस जाप्ता लगता है, उसके खर्च की कैलकुलेशन करके नोटिस भेजकर वसूल किया जाएगा।