26 हजार पंजीकृत सहित कुल 30 हजार ई-रिक्शा चल रहे शहर में 26 हजार ई-रिक्शा परिवहन विभाग में पंजीकृत हैं। वहीं करीब 4-5 हजार अपंजीकृत ई-रिक्शा भी चल रहे हैं। पिछले कुछ महीनों में ई-रिक्शा की संख्या तेजी से बढ़ी है। परकोटे, सिंधी कैम्प, रेलवे स्टेशन, बनीपार्क सहित अन्य इलाकों में ई-रिक्शा के कारण यातायात जाम की स्थिति बन रही है। बड़ी चौपड़, छोटी चौपड़ व अन्य सर्कल को पार करते समय ई-रिक्शा सड़़क के बीचों-बीच सवारी उतार रहे हैं। इतना ही नहीं जेएलएन मार्ग, टोंक रोड आदि मुख्य सड़कों पर भी ई-रिक्शा चल रहे हैं।
नहीं ले सकेंगे लम्बे रूट की सवारी जोन निर्धारित होने के बाद ई-रिक्शा को अपने जोन में चलना होगा। वे किसी भी इलाके या किसी भी रूट पर नहीं जा सकेंगे। वर्तमान में ई-रिक्शा चालक 25-30 किलोमीटर दूरी की सवारी भी ले जा रहे हैं। बसों के रूट पर ई-रिक्शा चल रहे हैं। जोन बनने के बाद ई-रिक्शा लम्बे रूट पर नहीं चल सकेंगे।
प्रतिबंधित क्षेत्र, यहां नहीं हो सकेगा संचालन रामनिवास बाग के पिछले गेट से जवाहर सर्कल तक, रामबाग सर्कल से लक्ष्मी मंदिर सिनेमा हॉल तक, गांधी नगर मोड़ से गांधी सर्कल तक, जनपथ रोड, भवानी सिंह रोड, पृथ्वीराज रोड, खासा कोठी से रोड नंबर 14 तक, चौमूं सर्कल से 200 फीट बाईपास तक, 200 फीट बाइपास से सिरसी पुलिया तक।
खास-खास – हर जोन में ई-रिक्शा के लिए बनेंगे स्टैंड। – ई-रिक्शा चालकों को लाइसेंस लेना जरूरी, लगाए जाएंगे कैम्प।- हर जोन में 3-4 हजार ई-रिक्शा किए जाएंगे पंजीकृत। – पंजीकरण के बिना नहीं चल सकेंगे ई-रिक्शा