आरोपी ने हनुमान प्रजापत के सिर में बोथरे हथियार से हमला कर हत्या कर दी थी। एसीपी भोपाल सिंह भाटी ने बताया कि आरोपी ने पूछताछ में बताया कि शमशान में बने मंदिर में दर्शन करने जाता है। भगवान का भक्त भी है। सोमवार को मंदिर गया, जब मजदूरों को बात करते सुना की हनुमान को भी साथ ले चलेंगे। तब हनुमान की मूर्ति चोरी कर ले जाने की आशंका हुई। चारों कारीगर बाहर चले गए और अकेला कारीगर अंदर ही था, तब मूर्ति उसके द्वारा ले जाने की आशंका पर सिर में वार कर हत्या कर दी थी।
फिर चिल्लाने लगा, क्या हो गया आरोपी बचने के लिए चिल्लाने लगा, तब गेट पर हनुमान प्रजापत का इंतजार कर रहे परिजन अंदर आए तो वह लहूलुहान पड़ा था। परिजनों ने बाहर जाते समय हनुमान के पास महिपाल को घूमते देखना बताया था। आरोपी से सख्ती से पूछताछ की गई तब उसने वारदात कबूली।