कंपनी ने पिलर पर बीच की बजाय सड़क के दोनों ओर डिस्प्ले लगा दिए। ये डिस्प्ले सड़क के हिस्से में निकाल दिए गए हैं। इससे वाहन चालकों के लिए परेशानी खड़ी हो गई है। सामने से सीधे नजर आने से वाहन चालकों की नजर उस पड़ती है, जिससे दुर्घटना की आशंका बनी हुई है। इसकी जानकारी नगर निगम अधिकारियों को भी है, लेकिन मिलीभगत के इस खेल में एक्शन लेने की बजाय उपकृत किया जा रहा है।
इस तरह है खतरनाक
सड़क निर्माण से लेकर उस पर चलने वाले वाहन चालकों को सुरक्षित राह उपलब्ध कराने के लिए इंडियन रोड कांग्रेस में पैरामीटर्स तय हैं। इसके तहत सड़क हिस्से में ऐसी कोई वस्तु, सामग्री या सामान प्रदर्शित नहीं हो सकती, जिससे सड़क पर दुर्घटना की स्थिति बने। डिवाइडर पर दोनों ओर अवैध तरीके से डिस्प्ले निकालकर कंपनी लोगों के लिए एक्सीडेंटल जोन बना रही है।
कांग्रेस ने जयपुर से उतारा चौंकाने वाला नाम, जानें कौन हैं सुनील शर्मा?
निरस्त हो सकता है अनुबंध
अनुबंध में 30 शर्त हैं, जिसकी कंपनी को पालना करनी होगी। इसमें से शर्त संख्या 11 व 12 में यूनिपोल की डिजाइन का स्पष्ट उल्लेख है। शर्तों की पालना नहीं करने पर नगर निगम अनुबंध निरस्त कर सकता है। वाहन चालकों के लिए खतरे की स्थिति में तो तत्काल एक्शन हो सकता है।
फैक्ट फाइल
-4 किलोमीटर लम्बा है रूट
-20 साइट लगाई हैं यहां
-40 डिस्प्ले लगा दिए 20 की जगह