गृह विभाग में लंबित है मामला
राजस्थान में अपराधी ही अपराध नहीं कर रहे हैं बल्कि वर्षों की पढ़ाई कर आईपीएस बन खाकी वर्दी पहन अपराध कर रहे हैं। यह हम नहीं कर रहे राजस्थान का गृह विभाग कह रहा है। प्रदेश में अपराध बढ़ने का एक बड़ा कारण पुलिस अधिकारियों की अपराधियों से सांठ-गांठ होना भी है। 5 आइपीएस व 30 से अधिक आरपीएस अधिकारियों के खिलाफ मिली शिकायतों की जांच राज्य सरकार (गृह विभाग) व पुलिस विभाग में लंबित है।
एसपी रहते अपराध करने लगते है आईपीएस
चार आइपीएस की जिलों में पुलिस अधीक्षक रहते हुए गड़बड़ी करने की शिकायत है। इनमें राज्य सरकार के पास दो आइपीएस की शिकायत लंबित है, जिनमें एक के खिलाफ मादक पदार्थ तस्करों से मिलीभगत और दूसरे के खिलाफ घूस के लिए जबरन मुकदमों में फंसाने की शिकायत है।
कानून छीनी जा सकती है वर्दी
सूत्रों के मुताबिक राज्य सरकार दोनों अधिकारियों को पुलिस सेवा से बाहर का रास्ता दिखाने के लिए केन्द्र सरकार को अनुशंसा भी कर सकती है। या फिर पदोन्नति रोकने, वेतन वृद्धि रोकने जैसी सजा देने की सिफारिश कर सकती है।
मादक पदार्थो की तस्करी कराने में शामिल है आईपीएस
पुलिस मुख्यालय सूत्रों के मुताबिक पीएचक्यू विजिलेंस और रेंज आइजी व एसपी स्तर पर 30 से अधिक आरपीएस अधिकारियों के खिलाफ भी शिकायत होने पर जांच चल रही है। अनुसंधान में निष्पक्षता नहीं रखने, आरोपियों को लाभ देना, बजरी, मादक पदार्थ, शराब तस्कर सहित अन्य संगठित माफियाओं से मिलीभगत, भ्रष्टाचार, अनुशासनहीनता सहित अन्य कई मामलों की शिकायत है।
तीन आइपीएस के खिलाफ पीएचक्यू कर रहा जांच
पुलिस मुख्यालय (पीएचक्यू) के पास तीन आइपीएस अधिकारियों की शिकायत लंबित है। पुलिस मुख्यालय सूत्रों के मुताबिक इनमें एक महिला आइपीएस के खिलाफ मादक पदार्थ व शराब तस्करों से मिलीभगत का आरोप है। जबकि दूसरे आइपीएस के खिलाफ शिकायत में परिवादी ने नाम नहीं, लेकिन शराब तस्करों से मिलीभगत का आरोप लगाया है। वहीं एक आइपीएस के खिलाफ आला अधिकारी से समन्वय स्थापित नहीं होने पर अनुशासनहीनता की जांच चल रही है।
गोपनीयता के कारण नाम नहीं खोल सकते
इस तरह की विभाग में जांच होती रहती है। गोपनीयता भंग होने के कारण से आपको खुलासा नहीं किया जा सकता।
बीजू जॉर्ज जोसफ, एडीजी, सतर्कता, पुलिस मुख्यालय