मेयर सौम्या गुर्जर ने पत्र में लिखा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का महत्वांकाक्षी अभियान स्वच्छता ही सेवा के तहत यदि बच्चों को बचपन से ही स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जाये तो उनके व्यक्तित्व वृद्धि के साथ-साथ देश में स्वच्छता को बढ़ावा मिलेगा। स्कूली शिक्षा में स्वच्छता को शामिल कर बेहतर शुरूआत की जा सकती है। स्वच्छता मिशन की सफलता ही भारत में बहुत बड़ा बदलाव ला सकती है। प्राथमिक शिक्षा के उच्च मानकों को हासिल करने के लिए स्वच्छता के महत्वपूर्ण सिद्धान्तों का अध्ययन करना अत्यन्त आवश्यक है।
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स्वच्छता के महत्व को समझेंगे बच्चे
मेयर ने पत्र में सुझाव भी दिया है कि प्राथमिक शिक्षा के पाठ्यक्रम में स्वच्छता का एक विशेष अध्याय शामिल किया जाए, जिसमें बच्चों को स्वच्छता के महत्व, स्वच्छता के लाभ और वातावरण को साफ-सुथरा बनाये रखने के लिए आवश्यक सामग्री का ज्ञान हो सकेे। इससे बच्चे बचपन से ही स्वच्छता के प्रति जागरूक होकर एक स्वच्छ राष्ट्र का निर्माण कर देशहित में भागीदार बन सके।