विधानसभा सत्र में नानी याद दिला देंगे- डोटासरा
गोविंद सिंह डोटासरा ने गजेन्द्र सिंह शेखावत पर पलटवार करते हुए कहा कि, “गजेंद्र सिंह केंद्रीय मंत्री हैं, उन्होंने तो एसओजी से जो बदलवाना था, वह बदलवा दिया…रिपोर्ट बदलवा ली…हमारे बयान और सुर कब बदलेंगे आप भी देखते जाइए… अभी 9-10 महीने हुए हैं…जब विधानसभा सत्र आए, तब इनकी नानी याद दिला देंगे।” डोटासरा ने आगे कहा कि, “यह जो गुजरात वाले ठेकेदार लाकर बड़े होटलों में ठहरकर जिस तरह टेंडर डॉक्युमेंट नई-नई टर्म-कंडीशन जुड़वा रहे हैं। राजस्थान की संपदा को लूटने काम कर रहे हैं, ये गलतफहमी में जी रहे हैं…एक कहावत है, एक कबूतर या कमेड़ी बिल्ली आ जाने पर आंख मूंद लेती है। वह यह सोच ले कि बिल्ली मेरे को छोड़ देगी तो गलतफहमी है…ये झूठे आरोप लगाकर बच जाएंगे। यह पॉसिबल नहीं है।”
यह भी पढे़ें :
SI Paper Leak: बहन-भाई के बाद 25 हजार की इनामी वर्षा विश्नोई कोटा से गिरफ्तार, अब हुआ ये बड़ा खुलासा ‘किरोड़ी और सीएम में से एक ही जीतेगा’
गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि अब तो इस मामले में एक बात होने वाली है, या तो एसआई भर्ती मामले में बाबा किरोड़ी लाल जीतेगा या फिर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा…दोनों साथ नहीं जीतेंगे। इससे ये बात साफ हो जाएगी कि राजस्थान में बड़ा नेता कौन है। वहीं, जोगाराम पटेल के आरोपों पर पलटवार करते हुए डोटासरा ने कहा कि जोगाराम जी को यह कहना चाहिए कि एसआई भर्ती में वो क्या निर्णय कर रहे हैं।
भर्ती परीक्षाओं को लेकर डोटासरा ने कहा कि, “सबको बेईमान कहें, सब एजेंसी पर सवाल उठा दें तो गलत है। आप पूरी आरपीएससी में चपरासी से लेकर अध्यक्ष तक को बेईमान बता रहे हैं। कर्मचारी चयन आयोग में बेईमान है तो फिर क्या भजनलाल परीक्षा करवाएंगे या किरोड़ीलाल परीक्षा करवाएंगे। परीक्षा तो संस्थाएं करवाएंगी। आप इतने ही जोरदार हो तो क्यों नहीं आरपीएससी का अध्यक्ष ऐसा बना दो जो मिसाल कायम करे।”
यह भी पढे़ें :
अब जयपुर में दहाड़ेंगे बाघ, CM भजनलाल ने टाइगर सफारी का किया उद्घाटन; जानें कितने रुपए में उठा पाएंगे लुफ्त ब्यूरोक्रेसी को लेकर साधा निशाना
मीडिया से बातचीत के दौरान डोटासरा ने कहा कि सरकार में कोई काम नहीं हो रहा है…मंत्री, एमएलए की चल नहीं रही है। ब्यूरोक्रेसी हावी है…मुख्यमंत्री पर तो ब्यूरोक्रेसी ने काला जादू कर दिया है। वो तो घूमते रहें, उनका भ्रमण भाषण का कार्यक्रम चलता रहे। सरकार को अब काम करना पड़ेगा। कांग्रेस सरकार को कोसते रहने से काम नहीं लेगा।
गजेन्द्र शेखावत ने दिया था ये बयान
इससे पहले गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि वे कांग्रेस के अध्यक्ष हैं, निंदा करना उनका काम है, लेकिन उनको किसी भी तरह का बयान देने से पहले पिछले 5 साल जब उनकी पार्टी शासन में थी, राजस्थान में कैसे हालात और कैसी परिस्थितियों थीं? इसके बारे में अपने गिरेबान में जरूर जाकर देखना चाहिए कि उस समय में आरपीएससी में नेताओं के दबाव में पेपर लीक का नंगा नाच हुआ था। पेपर लीक मामले को लेकर उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि, हम बार-बार कहते थे कि किस तरह से युवाओं के भविष्य के साथ में खिलवाड़ हो रहा है। आरपीएससी और आरपीएससी के नीचे किस तरह से पेपर लीक का नंगा नाच सरकार के नेताओं के प्रश्रय में किया जा रहा है। मैं तो डोटासरा से इतना ही कहना चाहूंगा, अभी तो परतें उघड़ना शुरू हुईं हैं, थोड़े दिन रुक जाइए। जब नेताओं के कॉलर तक आंच पहुंचेगी, तब मुझे लगता है कि बयान और सुर दोनों बदल जाएंगे।