मौसम केन्द्र जयपुर की माने तो चक्रवाती तूफान अभी अरब सागर की खाड़ी में बना हुआ है जो 15 जून को पाकिस्तान से टकराएगा और उसके बाद उत्तर-पूर्व राजस्थान की तरफ आगे बढ़ेगा। टकराने के साथ ही यह कमजोर होगा और राजस्थान में डिप्रेशन के साथ कम दबाव का क्षेत्र बनाएगा। जिसके चलते तीन से चार दिन तक मौसम में भारी बादलाव दिखाई देगा। राजस्थान के चार संभागों में भारी बारिश और तेज हवाओं का जोर रहेगा। साथ ही गर्मी से निजात मिल सकेगी।
मौसम केन्द्र जयपुर की माने तो चक्रवाती तूफान का असर राजस्थान पर 15 जून की शाम से ही दिखाई देगा। जोधपुर और उदयपुर संभाग में भारी बारिश का दौर शुरू होगा। बताया जा रहा है कि भारी बारिश का सबसे ज्यादा असर 16 व 17 जून को रहेगा। 16 जून को जोधपुर, बाड़मेर, जालोर, सिरोही, उदयपुर और आसपास के इलाकों में 45 से 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं, जबकि इन इलाकों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। ऐसे में एक बार फिर से तूफानी बारिश मारवाड़ में तबाही मचा सकती है।
मौसम केन्द्र जयपुर की माने तो चक्रवाती तूफान राजस्थान में मौसम तो बदलेगा साथ ही तापमान में भारी गिरावट भी दर्ज करवाएगा। राजस्थान में 40-42 डिग्री तापमान चल रहा है, जो 15 से 17 जून के बीच ३0 से ३5 डिग्री के बीच आ सकता है। वैसे भी गर्मी की मार झेल रहे लोगों को अब प्री मानसून का इंतजार होने लगा है।
पिछले तीन दिन से भीषण गर्मी का प्रकोप झेल रहे राजधानी जयपुर के निवासियों को फिलहाल इससे राहत मिलने की संभावना नहीं है। हालांकि सोमवार के मुकाबले मंगलवार को दिन के तापमान में दो से तीन दिन की गिरावट आने की संभावना है। लेकिन बुधवार को फिर तापमान में बढ़ोतरी होगी। मंगलवार को सुबह भी तीखी गर्मी ने आमजन को झुलसा दिया। मौसम विभाग ने आज राजधानी में दिन का तापमान ३9 डिग्री और रात का तापमान 28 डिग्री रहने की संंभावना जताई है।
मौसम केन्द्र जयपुर के निदेशक आर.एस. शर्मा ने बताया कि चक्रवाती तूफान के हाथ होने वाली भारी बारिश को किसी भी रूप में प्री मानसून के साथ जोडक़र नहीं देखा जा सकता है। मानसून अभी धीमी रफ्तार से चल रहा है और प्री मानसून की मेहर राजस्थान पर कब बरसेगी अभी कहा नहीं जा सकता।