प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि भाजपा के घेराव को जनता का समर्थन नहीं मिला और उनका घेराव पूरी तरीके से फेल साबित हुआ है। उन्होंने कहा कि भाजपा के घेराव में ही एकजुटता का अभाव दिखाई दिया है। घेराव में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे नजर नहीं आई और न ही सतीश पूनिया और ना ही मंच पर कोई ओबीसी का नेता नजर आया, इससे साफ है कि बीजेपी में गुटबाजी अभी भी हावी है और मतभेद ही नहीं मनभेद भी हैं।
साढ़े 4 साल विपक्ष की भूमिका निभाने में नाकाम
प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा साढ़े 4 साल विपक्ष की भूमिका निभाने में पूरी तरह से नाकाम रही है और अब झूठ बोलकर लोगों को बरगलाने का काम किया जा रहा है। डोटासरा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी पारदर्शिता के साथ काम करती है, सचिवालय के पास एक इमारत में नकदी और गोल्ड मिला तो तुरंत उस मामले को एसीबी को सौंप दिया गया और एसीबी इस मामले में जांच कर रही है। वहीं आरपीएससी के एक सदस्य के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है।
प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष ने कहा कि पिछले डेढ़ साल से बीजेपी के तमाम नेता ईडी आने की बात कर रहे थे। ईडी आ भी गई है और जांच कर रही है, जिसने जो गलत काम किए होंगे मनी लॉन्ड्रिंग की होगी उसे सजा मिले। डोटासरा ने कहा कि बीजेपी हर जगह कहती है कि प्रधानमंत्री मोदी के चेहरे को आगे रखकर चुनाव लड़ेंगे लेकिन आरएएस ही अब प्रधानमंत्री मोदी के चेहरे को आगे रखकर चुनाव लड़ने के पक्ष में नहीं है। गौरतलब है कि प्रदेश भाजपा की ओर से मंगलवार को भ्रष्टाचार के मामलों को लेकर सचिवालय घेराव किया गया था। हालांकि उम्मीद के मुताबिक घेराव में भीड़ नहीं जुट पाई।
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