चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि विधानसभा में इसी सत्र में राइट टू हैल्थ बिल ( Right to health bill ) लाया जाएगा। कार्यक्रम में उस समय सभागार में हंसी छूट गई जब मंत्री ने अपने उद्बोधन में राजस्थान की जनता 70 करोड़ बता दी। उन्होंने दूसरी बार भी जनसंख्या इतनी ही बताई। मौजूद डॉक्टरों ने टोका तो उन्होंने सुधार किया। चिकित्सा मंत्री अपना संबोधन समाप्त होने और पूर्व राष्ट्रपति का संबोधन शुरू होने से पहले चले गए। इससे पहले सुबह उद्घाटन सत्र का शुभारंभ पद्मश्री डॉ. अशोक पानगडिय़ा, डॉ. एम एल स्वर्णकार ने किया। इस सत्र के मुख्य वक्ता चेतन भगत थे।
डॉक्टर्स डे के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि स्वास्थ्य हमारे देश की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक और आधारभूत स्तंभ है। देश में इस समय स्वास्थ्य की जीडीपी 1.5 प्रतिशत है, जिसे बढ़ाकर 2.5 प्रतिशत किया जाना चाहिए। मुखर्जी ने कहा कि देश में डॉक्टरो की कमी है, स्टाफ और संसाधन भी कम हैं, देश में नए स्वास्थ्य कार्यक्रम आते रहने चाहिए। सम्मेलन में आइएमए के अध्यक्ष, डॉ. एमएन थरेजा, राज्य महासचिव व राजमेडिकॉन के आयोजन सचिव डॉ. वी के जैन व अरिसदा के अध्यक्ष डॉ अजय चौधरी भी उपस्थित थे।