पूनियां ने नई दिल्ली में मीडिया से बातचीत में कहा कि जब देश में एक बड़ा चैलेंज था कि वैक्सीनेशन ठीक तरह से होना चाहिए, सभी सरकारें सहयोग करें। लेकिन राज्य में हजारों वैक्सीन डोजेज खराब हुई। इसको लेकर राज्य सरकार अपनी विफलताएं छुपाने के लिए तर्क देती है, लेकिन इस बारे में राज्य सरकार को जवाब देना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश में पहली बार किसी बीमारी के इलाज के लिए मात्र 9 महीने में दो-दो स्वदेशी वैक्सीन देश के लगभग 35 करोड़ लोगों को लगना बहुत बड़ी उपलब्धि है। कांग्रेस इसको लेकर ट्विटर पर सियासत करती है, लेकिन देश में दिसंबर 2021 तक 257 करोड़ डोजेज लगने की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी, इसके लिए केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार प्रतिबद्ध है।
राजस्थान में कोरोना कुप्रबंधन बड़ा मुद्दा पूनियां ने कहा कि राजस्थान में कोरोना का कुप्रबंधन एक बड़ा मुद्दा है। उससे वैक्सीनेशन भी जुड़ी हुई है। राज्य सरकार ने कहा था कि वैक्सीनेशन के लिए ग्लोबल टेंडर करेंगे, केवल डेढ़ महीने तक इसी मामले को लेकर राज्य सरकार झूलती रही, ऐसे में केन्द्र सरकार ने देश के सभी लोगों के लिए फ्री वैक्सीनेशन का मानवहित में ऐतिहासिक एलान किया। केन्द्र द्वारा वैक्सीन उपलब्ध कराने से प्रदेश के लोगों को वैक्सीन मिल सकी, राजस्थान की सरकार के भरोसे वैक्सीनेशन नहीं हो सकता।