पत्र में मुख्यमंत्री ने कहा है कि प्रदेश में 15 लाख से अधिक रोजाना टीके लगाए जा सकते हैं। यदि केंद्र से पर्याप्त आपूर्ति होती रहे, तो दिसम्बर से पहले ही प्रदेशवासियों को वैक्सीन लगाई जा सकती है। परन्तु जिस प्रकार से अभी केन्द्र से सप्लाई हो रही है, उससे हमें चिंता है। 18 साल से अधिक के टीकाकरण अभियान की शुरुआत के बाद से प्राप्त टीके की खुराक का दैनिक औसत लगभग 2-3 लाख ही रहा है।
सहयोग-समर्थन की आशा
गहलोत ने पत्र में कहा कि वे राजस्थान के लिए टीके के आवंटन में वृद्धि के लिए आपके (मंडेलिया) व्यक्तिगत हस्तक्षेप का अनुरोध करता हूं। इसके अलावा आपकी ओर से अधिक सहयोग और निरंतर समर्थन की आशा करता हूं। मुझे विश्वास है कि देश में हेल्थ इको-सिस्टम के शीर्ष पर आपके साथ, हम कोरोना के खिलाफ अपनी लड़ाई में केंद्र और राज्य के बीच की साझेदारी को और भी आगे ले जा सकेंगे।
जुलाई के अंत तक 65 लाख को दूसरी डोज
गहलोत ने कहा कि हमारे प्रयासों के कारण, जल्दी टीकाकरण कराने वालों की संख्या सबसे अधिक थी। नतीजतन, जुलाई, 2021 के अंत तक लगभग 65 लाख लोगों को उनकी दूसरी खुराक दी जाएगी। केंद्र मुख्य रूप से आबादी के आधार पर टीकों का आवंटन करता रहा है, जबकि लोगों की संख्या पर अधिक ध्यान दिया जाना चाहिए। गहलोत ने कहा कि प्रदेश में 2.59 करोड़ से अधिक लोगों को पहले ही टीकाकरण की पहली खुराक मिल चुकी है, और इनमें से 44 लाख से अधिक लोगों को दूसरी खुराक भी मिल चुकी है।